-सीएम की फ्लीट के चक्कर में भरी दुपहरी घंटे भर रोके रखा ट्रैफिक

-स्कूल बस रोकने पर गर्मी में बच्चों की तबियत बिगड़ी, हंगामा

-सड़क पार करने के लिए पुलिस से भिड़ी पब्लिक, निकलने के चक्कर में वकील ने एसओ को मारी टक्कर

-पुलिस-प्रशासन ने कोर्ट के आर्डर किए दरकिनार, पिछले हादसों से भी नहीं लिया सबक

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KANPUR : सीएम की फ्लीट निकलवाने के चक्कर में पुलिस ने वीआईपी रोड पर भीषण धूप और उमस में घंटे भर तक पूरा ट्रैफिक रोके रखा। कोर्ट आर्डर हों या फिर फ्लीट के चक्कर में हुए पिछले हादसे, किसी से भी पुलिस-प्रशासन ने सबक नहीं लिया। 'बस मुखिया निकल जाए, बाकी पब्लिक भाड़ में जाए' वाली मानसिकता पर काम किया। स्कूली बच्चे हो या महिलाएं किसी को भी नहीं जाने दिया। भीषण गर्मी से कराह रही पब्लिक ने फिर पुलिस की भी नहीं सुनी और निकल पड़ी और पहरा (बैरिकेडिंग) तोड़ दिया। इस दौरान ट्रैफिक संभाल रहे एसओ ग्वालटोली भी चोटिल हो गए।

क्क् से क्ख् बजे तक वीआईपी रोड पर अघोषित कफ्र्यू।

चीफ मिनिस्टर के काफिले के इंतजार पुलिस ने क्क् से क्ख् बजे तक वीआईपी रोड पर टै्रफिक पूरी तरह से बंद कर दिया। इस दौरान वीआईपी रोड पर अघोषित कफ्र्यू जैसी स्थिति थी। सभी लिंक रोडों पर बैरीकेड लगा कर ट्रैफिक रोक दिया गया था। जब तक सीएम नहीं गए तब तक पुलिस ने किसी को सड़क पार भी नहीं करने दी।

.और बाइक से टकरा गए थानेदार

स्टॉक एक्सचेंज चौराहे पर भी सीएम की फ्लीट के चक्कर में क्क् बजे से चारों तरफ से ट्रैफिक रोक दिया गया था। न तो परमट से कोई आ सकता था न ही परेड की तरफ से कोई सड़क पार कर सकता था। कड़ी धूप में खड़ी पब्लिक का फ्लीट नहीं गुजरने से पारा हाई हो गया और बैरीकेड और पुलिस को नजरअंदाज कर सड़क पार करने लगी। इसी दौरान फ्लीट आने की सूचना मिली तो वहां तैनात एसओ ग्वालटोली अनिल कुमार हरकत में आ गए। ट्रैफिक रुकवाने के चक्कर में वह एक बाइक की चपेट में आकर चुटहिल हो गए। इसपर सिपाहियों ने बाइक चला रहे वकील विवेक सिंह से चाभी छीन ली और उन्हें पकड़ लिया।

कोर्ट आदेश की अनदेखी

वीआईपी फ्लीट गुरजने के दौरान आम पब्लिक को होने वाली प्रॉब्लम के मद्देनजर साल क्99भ् में एक वकील की परिवाद की सुनवाई में जज ने प्रशासनिक अधिकारियों को आदेश दिया था। सीनियर एडवोकेट केके शर्मा के अनुसार आदेश में कोर्ट ने कहा था कि मंत्री और अधिकारी दोनों ही जनता के सेवक हैं ऐसे में वीवीआईपी फ्लीट के चक्कर में पब्लिक को ज्यादा देर रोके रखना ठीक नहीं है। कोर्ट ने आदेश दिए थे कि वीवीआईपी फ्लीट गुजरने के दौरान ट्रैफिक क्0, क्भ् मिनट से ज्यादा नहीं रोका जाए। लेकिन मौजूदा दौर में अधिकारी इस कोर्ट आदेश का कतई ख्याल नहीं रखते।

फ्लीट के कारण हो चुकी है मौत

तीन साल पहले तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल की फ्लीट के कारण रोके गए ट्रैफिक में हैलट के पास एक पेशेंट की एबुंलेंस में ही मौत हो गई थी। यह मामला राष्ट्रीय स्तर पर उछला था। जिसके बाद प्रशासन को ऐसी स्थितियों में एबुंलेंस और स्कूली बच्चों को नहीं रोके जाने के आदेश भी दिए थे। लेकिन इस वक्त पुलिस-प्रशासन इसकी परवाह नहीं कर रहे हैं।

Posted By: Inextlive