फाफामऊ स्थित घर के गलियारे में परिजनों को मिला घायल

पूरा परिवार था घर में, किसी ने नहीं सुनी गोली चलने की आवाज

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PRAYAGRAJ: पूरा परिवार साथ रहता था। घटना के वक्त लगभग सभी घर में मौजूद भी थे। लेकिन, किसी ने भी गोली चलने की आवाज नहीं सुनी। शराब कारोबारी को गोली लगने की सूचना भी परिवार वालों को तब लगी जब पत्‍‌नी उन्हें खोजते हुए नीचे पहुंचीं और उनकी नजर जीने के नीचे गयी। सामने का सीन देखकर वह शाक्ड रह गई। उन्होंने शोर मचाया तो पूरा परिवार इकट्ठा हो गया। पता चला कि कारोबारी को गोली लगी है। सासें चलती होने की उम्मींद में परिवारवाले उसे लेकर स्टैनली रोड के एक प्राइवेट हॉस्पिटल पहुंचे जहां के डॉक्टर्स ने उसे एसआरएन रिफर कर दिया। एसआरएन पहुंचने पर पता चला कि उसकी सासें थम चुकी हैं। पुलिस को घर से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। इस लिहाज से पुलिस घटना को संदिग्ध मान रही है। कारोबारी की मौत से पुरा परिवार सदमे में था। पत्‍‌नी और इकलौते दस साल के बेटे का बुरा हाल था।

सबसे छोटा था मृतक राजेश

वाराणसी रोड पर फाफामऊ बाजार में रहने वाले जवाहर लाल जायसवाल के पांच बेटों विजय, अजय, संजय, राजू में राजेश सबसे छोटा था। वह शराब का कारोबार करता था। परिवार में पत्‍‌नी रेखा और 12 वर्षीय बेटा अक्षत है। राजेश अपने परिवार के साथ मकान के दूसरे तल पर पीछे के हिस्से में रहता था। अजय व विजय मकान के अन्य फ्लोर पर हैं। राजू व संजय पडि़ला में रहते है।

पान खाने के शौकीन थे राजेश

राजेश जायसवाल का शराब का कारोबार फाफामऊ के अलावा सिविल लाइंस और बैंक रोड एरिया में फैला हुआ था। परिवार के अन्य सदस्य भी इसी बिजनेस में हैं। सोमवार की सुबह राजेश बिना किसी से कुछ बताये नीचे उतरे। पान खाने का शौकीन होने से राजेश अक्सर घर के सामने स्थित दुकान पर जाया करते थे। सुबह 11 बजे उन्हें अपने बिजनेस का हाल जानने के लिए निकलना था। पत्‍‌नी उन्हें लंच के लिए बुलाने को नीचे उतरीं तो उनकी नजर जीने के नीचे स्थित अंधेरे एरिया में गयी। वहां राजेश खून से लतपथ पड़े हुए थे। यह देखकर उनके पैरों तले से जमीन खिसक गयी। शोर मचाया तो परिवार के लोग मौके पर जुट गये।

पुलिस ने जुटाई जानकारी

घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को पूछताछ में पिता जवाहर लाल ने बताया कि बेटे को गोली कब और कैसे लगी ये पता ही नहीं चला। बहू की चीख सुनकर वे मौके पर पहुंचे तो देखा कि बेटा राजेश खून से लथपथ पड़ा है। पुलिस को राजेश के कमरे की छानबीन में स्क्रेप बुक मिली है। जिसमें राजेश द्वारा अपनी जिंदगी से जुड़ी बातों को लिखा गया है। पुलिस को कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। जिससे यह साबित हो सके कि राजेश ने खुद को गोली मारकर सुसाइड किया है। राजेश की मौत से पत्‍‌नी सदमे में थी। पिता ने थाने में तहरीर देकर घटना की जानकारी दी है।

परिजन खाली करा रहे थे मकान

इंस्पेक्टर सोरांव सुरेंद्र नाथ का कहना है कि जांच पड़ताल में यह तथ्य सामने आया है कि मृतक राजेश के परिजन पिछले हिस्से का मकान खाली करवाना चाहते थे। मकान खाली कराने को लेकर कई बार लोगों में कहासुनी भी हुई। इससे राजेश काफी परेशान चल रहा था। इसके अलावा पत्‍‌नी से विवाद भी उसका किसी बात को लेकर विवाद चल रहा था। इंस्पेक्टर का यह भी कहना है कि राजेश ने कई लोगों से कर्ज भी ले रखा था। कर्ज के कारण वह काफी परेशान भी चल रहा था। इन तथ्यों को वेरीफाई किया जा रहा है।

कारोबारी के पास अवैध असलहा आया कहां से? जांच में इसे भी शामिल किया गया है। अवैध असलहा रखने से कई शक पैदा होते हैं। इन सभी को वेरीफाई किया जा रहा है ताकि कारोबारी की मौत की असली वजह सामने आये।

सुनील कुमार सिंह,

एसपी गंगापार

Posted By: Inextlive