- हाईटेक हो रही जिला पुलिस की क्राइम ब्रांच

- पब्लिक की मदद से पुलिस लाइन में करा रहे निर्माण

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र:

जिले में अपराध करने वाले बदमाशों से हाईटेक इंट्रोगेशन रूम में पूछताछ होगी। आधुनिक सुविधाओं से लैस रूम में शातिरों से इंट्रोगेशन पर अफसरों की नजर रहेगी। थानों के लॉकअप और अन्य बंदीगृहों में रखे जाने वाले संदिग्धों को तमाम बुनियादी सुविधाओं का अभाव झेलना पड़ता है। लॉकअप में बने टॉयलेट की बदबू के बीच रात गुजारनी पड़ती है। लेकिन क्राइम ब्रांच के स्वाट टीम के नए इंट्रोगेशन बिल्डिंग में यह शिकायत भी दूर हो जाएगी। करीब 15 दिनों में नया हाईटेक इंट्रोगेशन रूम तैयार हो जाएगा। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पब्लिक के सहयोग से इसका कंस्ट्रक्शन कराया जा रहा है। जल्द इसमें कामकाज शुरू हो जाएगा।

भंग होती गोपनीयता, नहीं मिलता था आराम

पुलिस लाइन कॉलोनी में एक फ्लैट में एसओजी टीम अपना काम करती थी। क्राइम ब्रांच की स्थापना होने के बाद इससे जुड़ी सभी विंग को पुराना पुलिस अस्पताल के पीछे शिफ्ट कर दिया गया। इसमें क्राइम ब्रांच की स्वाट टीम, साइबर सेल, डीसीआरबी सहित अन्य सभी ब्रांच को स्थापित कर दिया गया। एसपी क्राइम की देखरेख में सभी विंग में पुलिस कर्मचारी काम करते हैं। आपराधिक मामलों में पूछताछ के लिए बुलाए गए लोगों से पूछताछ में प्रा्ॅब्लम आती थी। पुलिस लाइन कालोनी में पुराने एसओजी वाले फ्लैट का इस्तेमाल करने पर गोपनीयता भंग होने लगी। आसपास पुलिस कर्मचारियों की फैमिली होने से पुलिस कार्रवाई असर पड़ने लगा। कुछ माह पूर्व पुलिस लाइन में नई बिल्डिंग का निर्माण कराया गया है। जिसमें जल्द क्राइम ब्रांच शिफ्ट हो जाएगा। लेकिन स्वाट टीम की फील्ड यूनिट के लिए अलग से छोटा भवन एसएसपी ने दिया। उसी भवन को आधुनिक रूप देकर हाईटेक इंट्रोगेशन रूम बनाया जा रहा है। इस जगह पर अपराधियों से पूछताछ के अलावा फील्ड यूनिट के लोगों के रेस्ट करने की व्यवस्था भी रहेगी। क्राइम ब्रांच के सीओ की पहल पर पब्लिक बढ़ चढ़कर मदद कर रही है।

यह होगा इंतजाम

-अपराधियों से पूछताछ के लिए हाईटेक इंट्रोगेशन रूम होगा।

-विदेश की तर्ज पर सीसीटीवी कैमरों के सामने पूछताछ होगी।

-एक कमरे में चल रही पूछताछ को दूसरी जगह पर अफसर देख-सुन सकेंगे।

-थानों के पारंपरिक लॉकअप से हटकर आधुनिक सुविधाएं दी जाएगी।

-पकड़े गए संदिग्ध, बदमाशों के मानवाधिकारों की रक्षा में मदद मिलेगी।

-नेचुरल काल के लिए अलग टॉयलेट और बाथरूम बनाया जा रहा है।

-24 घंटे पुलिस टीम के वर्क करने के लिए रेस्ट रूम की व्यवस्था

-साउंडपू्रफ सिस्टम होने से पुलिस की गोपनीयता नहीं भंग होगी।

-आधुनिक उपकरण लगाकर इंट्रोगेशन रूम की विशेषता बढ़ाई जाएगी।

पुलिस लाइन कैंपस में जन सहयोग नई व्यवस्था की जा रही है। आधुनिक सुविधा मुहैया होने से पुलिस के कामकाज में तेजी आएगी। इसकेनिर्माण में अभी कुछ काम बाकी है। उम्मीद है जल्द ही नई जगह पर कामकाज शुरू कर दिया जाएगा।

प्रवीण सिंह, सीओ क्राइम ब्रांच

Posted By: Inextlive