-फर्नीचर कारोबारी को धमकाने के मामले में क्राइम ब्रांच ने कोर्ट से बी वारंट लेकर लखनऊ जेल में कराया तामील

-तैयार हो रही है नई चार्जशीट, फिर से जुड़ेगा पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति का नाम

पूर्व की सपा सरकार में खनन मंत्री रहे गायत्री प्रजापति की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। नाबालिग संग रेप के आरोप में लखनऊ जेल की हवा खा रहे गायत्री प्रजापति को शहर के फर्नीचर कारोबारी अरविंद तिवारी को धमकाने के मामले में अब बनारस जिला जेल लाने की तैयारी शुरू हो गई है। रंगदारी मामले की जांच क्राइम ब्रांच के पाले में आते ही कोर्ट से बी वारंट लेकर उसे लखनऊ जिला जेल भेज दिया गया है। एसपी क्राइम ज्ञानेंद्र नाथ की मॉनिटरिंग में की जा रही विवेचना के दौरान अब सबूतों के आधार पर गायत्री का नाम फिर से चार्जशीट में जोड़ा जा रहा है। नई चार्जशीट भी जल्द दाखिल होगी। हालांकि अब लखनऊ जेल के अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि बी वारंट पर अमल करते हुए गायत्री को जल्द से जल्द बनारस जेल भेजें। इससे पहले भी बी वारंट लखनऊ जेल भेजा गया था लेकिन मेडिकल आधार पर गायत्री को यहां नहीं पहुंचाया गया था।

नाम हटाने पर इंस्पेक्टर हुए थे सस्पेंड

लखनऊ जिला जेल में बंद पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति पर नौ जून को जंगमबाड़ी निवासी फर्नीचर कारोबारी अरविंद तिवारी को फोन पर धमकी देकर कमीशन मांगने का आरोप है। कुछ दिन पूर्व विवेचना के दौरान दशाश्वमेध थाने के इंस्पेक्टर बालकृष्ण शुक्ल ने गायत्री का नाम मुकदमे से हटाया तो एसएसपी आनंद कुलकर्णी की भौं तन गई। इस दुस्साहस पर तत्काल इंस्पेक्टर को निलंबित कर नए सिरे से जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी है।

Posted By: Inextlive