- दो लाख की सुपारी गैंग के साथ शामिल हुआ राशिद

- रूपसपुर थाना एरिया के अर्चना मिश्रा की हत्या करने पहुंचे थे

- सादे लिबास में दानापुर और रूपसपुर की पुलिस रख रही थी नजर

- जमीन बिक्री के पैसे को लूटने और मर्डर की रेकी करके था तैयार

- पटना पुलिस ने अर्चना मिश्रा के घर वाली गली के पास से एक को पकड़ा फिर पूरी टीम को किया अरेस्ट

PATNA : फुलवारी शरीफ का रहने वाला राशिद अभी क्म् साल का है। इतने कम समय में उसने अपराध की पाठशाला में अपना दाखिला करवा लिया है। पटना पुलिस ने उसे हत्या की योजना बनाने वाले ग्रुप के साथ गिरफ्तार किया है। गिरफ्त में आए पांच अपराधियों के गैंग का राशिद अकेला लड़का है जिसने मीडिया को बताया कि वो अर्चना मिश्रा को मारने वाले गैंग के साथ था। उसने बताया कि राहुल ने उसे फोन करके कहा था कि एक घटना को अंजाम देना है। काफी पैसा मिलेगा। इतना सुनकर वो बिना सोचे-समझे तैयार हो गया, लेकिन उसके चेहरे पर इस गुनाह का डर भी था। उसने एक मिनट में दो-तीन बार कहा कि हां हमलोग मारने गए थे। राशिद ने यहां तक बताया कि अगर अर्चना मिश्रा गेट खोल देती और हमलोग अंदर घुस जाते तो उनकी हत्या तय थी। अपराध की पहली पाठशाला में उसे प्रवेश कराने वाले उसके दोस्तों का पहले से भी आपराधिक रिकार्ड रहा है। ऐसे में रूपसपुर थाना एरिया के एडवोकेट अर्चना मिश्रा के डेढ़ कट्ठा जमीन को हड़पने के लिए यह पूरा गैंग तैयार किया गया था। इसे बिल्डर घनश्याम ने दो लाख रुपए की सुपारी फिक्स की है।

म्0 लाख की जमीन हड़पने के लिए ख् लाख की सुपारी

रूपसपुर थाना एरिया के एडवोकेट अर्चना मिश्रा की आधा कट्ठा जमीन आलमगंज थाना एरिया के बजरंगीपुर में है। इसेहड़पने के लिए बिल्डर घनश्याम ने अर्चना मिश्रा से संपर्क किया। उसने अपना नाम बदलकर राहुल बताया। इसके बाद जमीन की कीमत साठ लाख रुपए तय हुई। घनश्याम ने इसके लिए चालीस लाख चेक से और बीस लाख कैश देने पर सहमति जतायी। इसके बाद वो अर्चना मिश्रा की रेकी करने लगा। इस दौरान पाया कि एडवोकेट घर में अकेली रह रही है। फिर क्या था। उसने राहुल को दो लाख की सुपारी दी और उसके टीम को तैयार कर हत्या का पूरा खाका खींच दिया।

तेज हथियार और गोली दिए

राहुल सहित उसके गैंग के मेंबर का पहले से आपराधिक इतिहास रहा है। इसका फायदा उठाते हुए घनश्याम ने इस गैंग को अपनी सेंट्रो कार पर बिठाकर हर दिन उसके घर की रेकी करवाता था। हथियारों के साथ दोपहर में उसके लोग दरवाजा खोलने के लिए कहता था, लेकिन अर्चना मिश्रा ने घनश्याम की नीयत भांप ली और पटना पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही दानापुर और रूपसपुर थाने की पुलिस ने सादे लिबास में उनके घर के चारों तरफ नजर रखनी शुरू कर दी। एसएसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि दानापुर और रूपसपुर थाने की पुलिस अर्चना मिश्रा के घर और उस एरिया पर नजर रखे हुई थी कि तभी किलर रेकी करने के लिए अर्चना मिश्रा के घर वाली गली की ओर आया। उसमें से एक उतरा फिर ऊपर गाड़ी में बैठ गया।

दो लाख और प्लॉटिंग में हिस्सा देने पर करवाया था तैयार

पुलिस को सेंट्रो कार पर शक हुआ। फौरन उसकी जांच की गई। उसमें से एक फरार हो गया और दूसरा पुलिस की गिरफ्त में आ गया। इसके बाद उसकी निशानदेही पर गैंग के तमाम मेंबर को पटना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि रूपसपुर और दानापुर पुलिस की टीम ने बेहतर काम करते हुए इस गैंग को पकड़ लिया है। इस दौरान बिल्डर घनश्याम भारती ने बताया कि किलर को दो लाख रुपए कैश और जमीन की प्लाटिंग में हिस्सा देने की बात पर सहमति बनी थी।

गिरफ्त में आए क्रिमिनल्स

- राशिद, फुलवारीशरीफ पटना

- घनश्याम भारती, शाहपुर पटना

- तनवीर, फुलवारीशरीफ पटना

- राहुल, रहूई नालंदा

- विकास कुमार, शाहपुर पटना

बरामदगी

- एक पिस्टल

- दो धारदार चाकू

- सात मोबाइल

- एक सेंट्रो गाड़ी

Posted By: Inextlive