RANCHI: एसएसपी प्रभात कुमार को गुमला जिले सेशिव प्रसाद सिंह के बारे में जानकारी मिली थी। इस बाबत उन्होनें ग्रामीण एसपी राजकुमार लकड़ा, एएसपी अभियान हर्षपाल सिंह को इसकी कमान सौंपी। पुलिस को सूचना मिली कि शिव प्रसाद सिंह कार से पतरातू अपने साले के बेटे से मिलने जा रहे हैं। जहां उनसे मिलने के लिए पटना से उनकी बेटी और बेटा भी आने वाले हैं।

पहले संदिग्ध हालत में पकड़ कर छोड़ दी थी पुलिस

पुलिस टीम ने पिठोरिया थाना क्षेत्र के नकारी पुल से 100 मीटर की दूरी पर शिव प्रसाद सिंह को संदिग्धावस्था में पकड़ा था। पर, उन्हें छोड़ दिया गया। फिर पुलिस को सूचना मिली कि कार में जा व्यक्ति था, वही शिव प्रसाद सिंह है। पुलिस टीम के ओरमांझी थाना प्रभारी संजय कुमार, पिठोरिया थाना प्रभारी जगन्नाथ उरांव, क्यू आरटी रांची शाह फैसल, दिंगबर राम, रंजीत केरकेटटा, सीताराम उरांव, सिलवानुस इंदवार सिविल वाहन और सादी वर्दी में पतरातू पहुंचे। इनमें सबसे कॉमन बात यह थी कि रांची पुलिस को व्हाट्सएप के जरिए एक क्लू मिला था कि वे लंगड़ा कर चलते हैं और छड़ी का इस्तेमाल करते हैं। फिर उनसे पूछा गया कि आप ही शिव प्रसाद हैं, तब उन्होंने स्वीकार कर लिया है कि हां मैं ही हूं। फिर, खबरी से हुलिया पूछा गया इसके बाद उन्हें रास्ते से उठा लिया गया। हालांकि बाद में पुलिस ने उन्हें अपने परिवार से मिलने भी दिया।

और बन गए रांची पुलिस के बाबा

शिव प्रसाद की उम्र लगभग 60 साल है। जैसे ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया, वे लोग आदर के साथ उन्हें बाबा कहने लगे। पूछताछ भी बाबा के नाम संबोधित कर ही की जा रही थी।

Posted By: Inextlive