RANCHI: नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो(एनसीआरबी)की गाइडलाइंस को झारखंड के कई जिलों के एसपी नहीं मानते। एनसीआरबी द्वारा कई बार रिमाइंडर दिए जाने के बाद भी देश भर की पुलिस को एक मंच पर जोड़ने वाली सीसीटीएनएस में अपराधियों की तस्वीर अपलोड नहीं की जा रही है। इस मामले को लेकर पुलिस मुख्यालय द्वारा सभी जिले के एसपी को पत्र लिखा गया है। पूरे मामले में राज्य पुलिस मुख्यालय के आईजी प्रोविजन अरुण कुमार सिंह ने सभी जिलों के एसपी को पत्र भेजा है। आईजी ने लिखा है कि अपराधियों की प्रोफाइल तैयार करने के लिए फोटो अपलोड किया जाना आवश्यक है। इस संबंध में एनसीआरबी ने बार-बार रिमाइंडर भी भेजा है। इसलिए सभी जिले के एसपी उस पर तुरंत आवश्यक कार्रवाई करें।

थानों में मुख्यालय ने दिए थे डिजिटल कैमरे

अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद उनका फोटो अपलोड करने का प्रावधान सीसीटीएनएस में किया गया है। लेकिन राज्य के थानों में अपराधियों की तस्वीर अपलोड नहीं की जा रही है। आईजी प्रोविजन ने जिलों के एसपी को लिखा है कि सीसीटीएनएस के तहत राज्य के सभी थानों में डिजिटल कैमरा उपलब्ध कराया गया था, लेकिन इन कैमरों का इस्तेमाल थानों में नहीं हो रहा है। आईजी ने सभी जिलों के एसपी को लिखा है कि वो थानेदारों को गिरफ्तार आरोपियों का फोटो अपलोड कराने का निर्देश जारी करें।

क्या है सीसीटीएनएस

देश भर के थानों को सीसीटीएनएस (क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम) के तहत जोड़ा जा रहा है। सीसीटीएनएस के जरिए अबतक राज्य के 450 थानों को जोड़ा जा चुका है। सीसीटीएनएस के जरिए देश भर में सक्रिय अपराधियों की पूरी प्रोफाइल एक क्लिक पर मिल सकती है। अपराधियों की तस्वीर अपलोड नहीं होने के कारण सीसीटीएनएस की जानकारी अधूरी रह जा रही। सीसीटीएनएस से फिंगर प्रिंट ब्यूरो, फोरेंसिक लैब, सभी राज्यों के पुलिस मुख्यालय, एसपी कार्यालयों, रेंज ऑफिस, डीएसपी, थानों को जोड़ा जा रहा है।

Posted By: Inextlive