जमशेदपुर के मानगो में भी की थी फायरिंग
RANCHI: गैंगवार में मारे गए सोनू इमरोज ने जमशेदपुर के मानगो स्थित आजादनगर में रंगदारी नहीं देने पर दवा व्यवसायी जमीरूलहक को गोली मारी थी। इस मामले में पुलिस ने उसके सहयोगी शिबू बच्चा को गिरफ्तार कर लिया था। उसने पुलिस को बताया था कि सोनू ने कपाली में दो बार तो मानगो में एक बार फाय¨रग की थी। बताया जाता है कि कपाली में पुलिस की मौजूदगी में चांदनी चौक के समीप अपने ही शागिर्द अफसर के ऊपर फाय¨रग की थी। उसके घर के बाहर खड़े ऑटो पर उसने फाय¨रग की। उस समय वहां पुलिस भी मौजूद थी। लेकिन पुलिस को चुनौती देते हुए वह वहां से भाग निकला था। इन तीनों में से किसी मामले में भी सोनू इमरोज को नामजद आरोपित नहीं बनाया गया जबकि उसने खुद गोलियां चलाई थी। अफसर पर फाय¨रग मामले में कपाली पुलिस ने अपराधी लालू को गिरफ्तार कर लिया था।
शागिर्द से हथियार लेने गया था जमशेदपुर
सोनू अपने शागिर्द अफसर से हथियार वापस लेने जमशेदपुर गया था। उसके पास नाइन एमएम की अच्छी क्वालिटी की पिस्टल थी, जो सोनू की थी। जमशेदपुर में शिबू देता था संरक्षणजमशेदपुर में सोनू इमरोज को शिबू बच्चा संरक्षण देता था। शिबू के कारण सोनू की कपाली ओपी, चांडिल, आजादनगर और मानगो क्षेत्र में सक्रियता बढ़ गई थी। सोनू की मुलाकात शिबू बच्चा, शाहनवाज समेत अन्य अपराधियों से घाघीडीह सेंट्रल जेल में हुई थी।
सज्जाद, शमशेर समेत कई पर एफआईआर हत्याकांड के आरोपी सज्जाद, शमशेर समेत कई लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर आरोपियों की तलाश में संभावित स्थानों पर छापेमारी कर रही है।