-इलेक्शन को देखते हुए शासन ने ट्रांसफर किया गोरखपुर जेल

-इलेक्शन डिस्टर्ब करने की थी आशंका

GORAKHPUR: फैजाबाद और देवरिया के 'आतंकी' गोरखपुर में है। इन आतंकियों से न सिर्फ लोकल प्रशासन को डर है, बल्कि शासन भी परेशान है। तभी लोकसभा इलेक्शन ख्0क्ब् को शांतिपूर्ण ढंग से कराने के लिए इनको गोरखपुर भेजा गया है। गोरखपुर में भी इलेक्शन है। फिर ये 'आतंकी' क्या गोरखपुर इलेक्शन में बवाल नहीं कर सकते? ऐसा ही सोच रहे हैं ना। परेशान मत होइए। क्योंकि ये सभी क्रिमिनल्स गोरखपुर में तो हैं, लेकिन जेल में बंद हैं। इलेक्शन में बवाल के खतरे को देखते हुए शासन ने जहां फैजाबाद से दो अपराधियों का ट्रांसफर गोरखपुर जेल किया है, वहीं देवरिया से भी तीन क्रिमिनल्स डीएम के आदेश पर भेजे गए हैं। इन पांचों अपराधियों का अपने एरिया में टेरर है।

जेल से भी डिस्टर्ब कर सकते हैं इलेक्शन

लोकसभा इलेक्शन ख्0क्ब् की वोटिंग 9 फेज में हो रही है। वोटिंग और काउंटिंग को शांतिपूर्ण से कराने के लिए शासन-प्रशासन ने कमर कस ली है। पुलिस जहां अपने शहर के सभी अपराधियों की लिस्ट बनाने के साथ उनकी गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है, वहीं जेल में बंद क्रिमिनल्स की हरकतों पर भी निगाह है। जेल में बंद ऐसे कई किमिनल्स हैं, जो सलाखों के पीछे रहने के बावजूद इलेक्शन डिस्टर्ब कर सकते हैं। फैजाबाद में अनंत राम यादव और रणजीत सिंह उर्फ कोले सिंह ऐसे ही अपराधी है। अनंत राम यादव पर जहां हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, गैंगस्टर समेत लगभग ख्0 मुकदमे दर्ज हैं। वहीं कोले पर फ्0ख् के साथ गैंगस्टर लगा है। अनंत का टेरर सिर्फ फैजाबाद में नहीं बल्कि गोंडा, बस्ती और अंबेडकरनगर तक फैला है। इलेक्शन में बवाल से बचने के लिए शासन ने अनंतराम और कोले को फैजाबाद जेल से गोरखपुर जेल ट्रांसफर कर दिया गया है। वहीं देवरिया में अनूप सिंह, सतीश जायसवाल और सुनील सिंह से भी इलेक्शन में डिस्टर्बेस की आशंका है। इसलिए डीएम ने उनका ट्रांसफर गोरखपुर जेल किया है। अनूप पर हत्या का प्रयास, लूट गैंगस्टर समेत 9 मुकदमे हैं। सतीश पर फ्0ख्, डकैती, लूट, गिरोहबंदी, पुलिस की पकड़ से फरार होने जैसे क्फ् मुकदमें दर्ज है। वहीं आ‌र्म्स एक्ट जैसे दो मुकदमे होने के बावजूद सुनील के टेरर से देवरिया परेशान है। शासन ने फैजाबाद के दो क्रिमिनल्स को क्ख् मार्च और देवरिया से डीएम ने तीन क्रिमिनल्स को ख्ब् मार्च गोरखपुर जेल भेजा है।

गोरखपुर में नहीं है किसी का डर

इलेक्शन को देखते हुए जहां फैजाबाद से दो और देवरिया से तीन क्रिमिनल्स को गोरखपुर जेल ट्रांसफर किया गया है। वहीं अन्य जेल से भी कुछ किमिनल्स को इलेक्शन को देखते हुए इधर से उधर किया गया है। मगर गोरखपुर इलेक्शन में जेल में बंद किसी क्रिमिनल्स से कोई खतरा नहीं है। तभी शायद गोरखपुर जेल से किसी भी क्रिमिनल्स का ट्रांसफर दूसरी जेल नहीं किया गया है।

वर्जन-

इलेक्शन को देखते हुए फैजाबाद से ख् और देवरिया से फ् क्रिमिनल ट्रांसफर होकर आए हैं। इन पर निगाह रखने के साथ हाई सिक्योरिटी में रखा गया है। गोरखपुर जेल से किसी भी क्रिमिनल को ट्रांसफर नहीं किया जा रहा है।

एसके शर्मा, सीनियर सुपरिटेंडेंट जेल

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फैजाबाद से आए क्रिमिनल्स

अनंत राम यादव - ख्0 मुकदमे

(इसका गोंडा, फैजाबाद, बस्ती, अंबेडकरनगर में है आतंक)

रणजीत सिंह उर्फ कोले सिंह - ख् मुकदमे

(इसका आतंक अंबेडकर नगर में है)

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देवरिया से आए क्रिमिनल

अनूप सिंह - 9 मुकदमे

(इसका आतंक देवरिया में है)

सतीश जायसवाल - क्फ् मुकदमे

(इसका आतंक देवरिया, कुशीनगर और गोरखपुर में है)

सुनील सिंह - ख् मुकदमे

(इसका आतंक देवरिया में है)

Posted By: Inextlive