फीफा वर्ल्ड 2018 के दूसरे सेमीफाइनल में क्रोएशिया ने इंग्लैंड को 2-1 से हरा दिया। फुटबॉल वर्ल्ड कप इतिहास में पहली बार 20वें नंबर की क्रोएशिया फाइनल में पहुंची है।


इंग्लैंड को हराकर क्रोएशिया ने रचा इतिहासनई दिल्ली (जेएनएन)। फीफा विश्व कप 2018 के दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में इंग्लैंड का सामना क्रोएशिया के साथ हुआ। इस अहम मुकाबले में क्रोएशिया ने इंग्लैंड के सपने को तोड़ते हुए इतिहास रच दिया और विश्व कप के फाइनल में पहली बार जगह बनाई। इस बेहद रोमांचक मुकाबले में क्रोएशिया ने इंग्लैंड को 2-1 से हरा दिया। अब फाइनल में क्रोएशिया का मुकाबला फ्रांस से साथ होगा।  पहले हाफ में इंग्लैंड के ट्रिपयर ने किया गोल


पहले हाफ के खेल में दोनों टीमों में से इंग्लैंड को गोल के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा। खेल के चौथे मिनट में इंग्लैंड को फ्री किक मिला। इस मौके का फायदा उठाते हुए पांचवें ट्रिपयर ने गेंद को सीधे गोल पोस्ट में पहुंचा दिया और विरोधी टीम देखती रह गई। इंग्लैंड टीम के नए डेविड बेखम ने कमाल का गोल किया और ये उनके अंतरराष्ट्रीय करियर का पहला गोल था। नौवें मिनट में क्रोएशिया को कॉर्नर मिला लेकिन लुका मॉड्रिक के प्रयास को इंग्लैंड ने असफल कर दिया। इसके बाद इंग्लैंड को 12वें और 14वें मिनट में कॉर्नर मिला लेकिन टीम उसका फायदा नहीं उठा पाई। इंग्लैंड को 21वें मिनट में फ्री किक मिला लेकिन गोल नहीं हो सका। दोनों ही टीमों की तरफ लगातार गोल के प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन किसी टीम को कोई सफलता नहीं मिली।  40 वें मिनट में इंग्लैंड को एक बार फिर से फ्रीक किक मिला लेकिन इसका उन्हें कोई फायदा नहीं मिल पाया। पहले हाफ यानी 45 मिनट का खेल खत्म हो गया और इंग्लैंड ने क्रोएशिया पर 1-0 की बढ़त कायम रखी। दूसरे हाफ में क्रोएशिया के इवान पेरिसिक ने दागा गोल

पहले हाफ में 1-0 से पिछड़ने के बाद दूसरे हाफ का खेल शुरू होते होते ही क्रोएशिया ने अटैक शुरू कर दिया। खेल के 46वें मिनट में क्रोएशिया के स्ट्राइकर रेबिक गोल करने से चूक गए। 50वें मिनट में क्रोएशिया के मारियो मांजुकिच को यलो कार्ड दिखाया गया। इंग्लैंड के डिफेंडर वॉकर को 54वें मिनट में यलो कार्ड दिखाया गया वहीं 55वें मिनट में क्रोएशिया को कॉर्नर मिला लेकिन इस टीम को इसका कोई फायदा नहीं मिला। लगातार कोशिश कर रहे क्रोएशिया को गोल करने का पहला मौका 68वें मिनट में मिला। इवान पेरिसिक ने गोल कर अपनी टीम का स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। स्कोर बराबर होने के बाद दोनों ही टीमों की तरफ से एक बार फिर गोल करने का प्रयास तेज हो गया। 90 मिनट का खेल खत्म होने तक दोनों टीमों का स्कोर 1-1 की बराबरी पर रहा। तीन मिनट का इंजुरी टाइम भी जोड़ा गया लेकिन फैसला नहीं हो पाया। खेल का अतिरिक्त 30 मिनट, मांजुकिच ने किया कमाल90 मिनट यानी फुल टाइम का खेल खत्म होने तक दोनों टीमों का स्कोर 1-1 की बराबरी पर था जिसकी वजह से 30 मिनट का एक्स्ट्रा टाइम दिया गया। खेल के 95वें मिनट में क्रोएशिया के रेबिक को यलो कार्ड का सामना करना पड़ा। खेल के 109वें मिनट और अतिरिक्त समय के 19वें मिनट में क्रोएशिया के मांजुकिच ने गोल कर अपनी टीम को 2-1 से आगे कर दिया। पेरिसिक के हैडर पर मांजुकिच ने ये गोल दागा। अतिरिक्त 30 मिनट का वक्त खत्म होने तक क्रोएशिया ने 2-1 से बढ़त कायम रखी। इसके बाद 4 मिनट का इंजुरी टाइम जोड़ा गया जिसमें इंग्लैंड की टीम गोल करने में नाकाम रही और उसका फाइनल में पहुंचने का सपना टूट गया। नंबर गेम :- पहली बार विश्व कप के फाइनल में पहुंची है क्रोएशिया की टीम।

- 20वीं रैंक वाली क्रोएशिया की टीम फीफा विश्व कप के फाइनल में पहुंचने वाली सबसे कम रैंक वाली टीम है। इससे पहले फ्रांसीसी टीम ने 1998 विश्व कप में 18वीं रैंकिंग के साथ फाइनल में जगह बनाई थी।फीफा वर्ल्ड कप 2018 के फाइनल में पहुंची फ्रांसअमिताभ बच्चन बेटे अभिषेक संग स्टेडियम में ले रहे फीफा वर्ल्ड कप के मजे, देखें तस्वीरें

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari