सीएसएमएमयू में रैगिंग के लिए सीनियर्स ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. सीनियर्स जूनियर्स को मोबाइल पर इंस्ट्रक्शन दे रहे हैं. इसके लिए उन्होंने नए स्टूडेंट्स के नंबर कलेक्ट करने का जिम्मा अपने परिचितों जूनियर्स को सौंपा है.


एडमिशन के तुरंत बाद मौका मिलते ही जूनियर्स को घेर कर उन्हें पर्चियां बांटी जा रही हैं। साथ ही उन्हें मेडिकल कानून की भी जानकारी दी जा रही है।क्या है इन पर्चियों मेंएडमिशन के समय सोमवार को सीनियर्स ने जूनियर्स को कुछ पर्चियां बांटी। इसमें लिखा था कि जूनियर्स को ड्रेस कोड में कुछ चेंजेज किए गए हैं। इस बार अंडरवियर और बनियान भी रेड कलर की कर दी गई है। इसके अलावा व्हाइट पैंट, व्हाइट शर्ट, ब्लैक शू, रेड शाक्स और एप्रन सिक्स बटन का होना चाहिए। अंडरवियर और बनियान के ड्रेस कोड को पहली बार शामिल किया गया है।
इसके अलावा पूरा ड्रेस कोड परंपरागत तरीके से सीनियर्स की देन है। एक जूनियर स्टूडेंट के अनुसार फोन कर सीनियर्स ने कहा है कि सीनियर्स के सामने ही नहीं आपस में भी जूनियर्स को अंग्रेजी में बात नहीं करनी है। यदि गलती हो गई और अंग्रेजी शब्द का इस्तेमाल कर दिया तो सारी की जगह भाषाई त्रुटि हो गई कहकर माफी मांगनी है। साथ ही सीनियर्स के नाम के आगे डॉक्टर साहब लगाना है। पिछले वर्ष की तरह इस बार स्टूडेंट्स के हॉस्टल में पहुंचने से पहले ही मोबाइल से रैगिंग भी शुरू कर दी गई है। मोबाइल से इंस्ट्रक्शन देकर उनसे नियमों फॉलो करवाने के अलावा गाने, डांस और अन्य एक्टिविटीज भी कराई जाने लगी है। जूनियर्स भी इन्हें फॉलो कर रहे हैं। उन्हें डर है कि कोई सीनियर की नजर उन पर न हो जिससे उन्हें दिक्कत न हो जाए।नहीं लगेगी नम्बरीवर्षों से चली आ रही नम्बरी लगवाने की परम्परा इस बार जारी नहीं रहेगी। सीनियर्स का कहना है कि उनके सीनियर्स ने नम्बरी नहीं लगवाई थी इसलिए वह भी जूनियर्स से नम्बरी नहीं लगवाएंगे। नम्बरी के अंतर्गत सबसे फेमस तेरह नम्बरी सलाम है। जिसमें जूनियर सीनियर को आदाब की तरह कमर से झुककर सलाम करता है। अब सारे नंबरी को खत्म कर दिया गया है और इसकी जगह थ्री इंडियट का तोहफा कबूल कराया  जाएगा। तोहफू कुबूल को लेकर सीनियर्स के साथ ही जूनियर्स में भी एक अलग रोमांच दिख रहा है।

Posted By: Inextlive