-कई के सीयूजी नंबर स्विच ऑफ तो कई नॉट रीचेबल

-चौकी में भी बाहर नहीं लिखा जाता है सीयूजी नंबर

केस वन

चौकी रिसाला-

नंबर है लेकिन सिम नहीं

कैंट थाना की सबसे अहम चौकी रिसाला है। इस चौकी एरिया में आर्मी एरिया आता है और बीआई और सदर मार्केट है। बीआई बाजार में चौकी भी खुली है, लेकिन जब चौकी इंचार्ज गौरव त्यागी से सीयूजी नंबर 7839861735 के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उनके पास सीयूजी नंबर नहीं था। वह एसएसपी ऑफिस से नंबर लेकर आए हैं और इसका सिम निकलवाना है।

केस टू

चौकी जगतपुर

सीयूजी के साथ प्राइवेट नंबर भी बंद

बारादरी की जगतपुर चौकी भी सबसे सेंसिटिव है। क्योंकि इस एरिया में सेटेलाइट बस अड्डा भी आता है। जब इस चौकी के इंचार्ज गौरव विश्नोई का सीयूजी नंबर 7839861733 मिलाया तो बंद जा रहा था। यही नहीं जब प्राइवेट नंबर पर भी संपर्क नहीं हो सका। ऐसे में आम पब्लिक चौकी इंचार्ज से संपर्क कैसे करेगी।

केस थ्री

चौकी मठ

इनका तो नंबर ही दूसरा है

कोतवाली थाना की मठ चौकी लॉ एंड ऑर्डर के नजरिए से महत्वपूर्ण है। यहां के चौकी इंचार्ज का सीयूजी नंबर 7839861691 मिलाया तो नंबर स्विच ऑफ जा रहा था। जब उनके प्राइवेट नंबर से संपर्क किया गया तो उन्होंने सीयूजी नंबर ऑन होना बताया तो उन्होंने दूसरा नंबर 7839862691 जारी होना बताया। उन्होंने बताया कि हो सकता है कि पहले कभी यह नंबर रहा हो।

केस फोर

चौकी मढ़ीनाथ

सुभाषनगर की चौकी मढ़ीनाथ क्राइम के लिहाज से सेंसिटिव है। यहां के चौकी इंचार्ज का 7839861719 स्विच ऑफ जा रहा था। जब चौकी इंचार्ज से प्राइवेट नंबर पर संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि प्राइवेट नंबर चल रहा है। जब उनसे सीयूजी नंबर के बंद होने के बारे में पूछा तो बताया कि दो दिन हुए हैं ज्वाइनिंग किए हुए। सीयूजी का सिम कहां, इसका पता करता हूं।

BAREEILLY:

सीयूजी नंबर स्विच्ड ऑफ होने के यह चार मामले तो महज बानगी भर है। कमोबेश यह हाल डिस्ट्रिक्ट के 72 पुलिस चौकी का है। वैसे सीयूज नंबर देने के पीछे विभाग की मंशा थी कि चौकी प्रभारियों तक पब्लिक की पहुंच आसान हो जाए। अफसोस ज्यादातर चौकी प्रभारियों के नंबर वर्क नहीं कर रहे हैं। पब्लिक की शिकायत पर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने चौकी प्रभारियों के सीयूजी नंबर पर जब कॉल करके जब सच जाना, तो पता चला कि ज्यादातर नंबर स्विच्ड ऑफ या फिर नॉट रिचेबल मिले। चौकी प्रभारियों ने सीयूज नंबर वर्क नहीं करने के तमाम कारण भी गिनाए।

चौकी पर भी नहीं लिखे नंबर

चौकी के बाहर चौकी इंचार्ज का नाम और मोबाइल नंबर लिखा होता है लेकिन अधिकांश चौकी इंचार्ज अपना नाम तो लिखवाते हैं, लेकिन नंबर प्राइवेट ही लिखाते हैं, जबकि सीयूजी नंबर भी चौकी पर लिखा होना चाहिए, ताकि पब्लिक इस नंबर को अपने पास सेव रख सके। चौकी इंचार्ज समय-समय पर बदलते रहते हैं, लेकिन सीयूजी नंबर नहीं है। इससे पब्लिक नंबर को एक बार सेव कर लेती है तो उसे चौकी इंचार्ज बदलने पर दोबारा नंबर की जरूरत नहीं पड़ती है।

इन चौकियों का रियलिटी चेक

रिसाला चौकी, जगतपुर चौकी, मठ चौकी, मढ़ीनाथ, गढ़ी चौकी, डेलापीर, रिसाला, रामगंगा नगर

यह निकलकर आयी हैं वजह

-प्राइवेट नंबर के साथ चौकी इंचार्ज सीयूजी नंबर इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं

-सीयूजी नंबर से बात करने पर इसे हर महीने रिचार्ज भी कराना पड़ता है

-चौकी इंचार्ज के ट्रांसफर होने पर सीयूजी नंबर का सिम थाने में वापस कर दिया जाता है

-थाने में मुंशी कई बार सिम ही खो देते हैं, जिसकी वजह से दोबारा सिम इश्यू कराना पड़ता है

-चौकी पर सीयूजी नंबर न लिखा होने से पब्लिक के पास नंबर आसानी से नहीं पहुंचता है

-कई चौकी इंचार्ज पब्लिक के बार-बार फोन आने की वजह से भी नंबर बंद कर लेते हैं

29-थाने हैं जिले में

10-थाने शहर में

19-थाने देहात में

41-चौकी शहर में

31-चौकी देहात में

7-चौकी सबसे ज्यादा कोतवाली में

Posted By: Inextlive