- डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी के साइकोलॉजी डिपार्टमेंट की ओर से ऑर्गेनाइज नेशनल सेमिनार की हुई क्लोजिंग

- देश भर के रिसर्च स्कॉलर्स ने पेश किए रिसर्च पेपर

GORAKHPUR : इंडिया मल्टी कल्चर वाला देश है। डिफरेंट ऑर्गेनाइजेशन में इंटरग्रुप रिलेशन डेवलप हो रहा है। हर जगह कई स्टेट्स के लोग आ रहे हैं, अगल-अलग लैंग्वेज का यूज हो रहा है। सभी का कल्चर डिफरेंट है, इसलिए ऑर्गेनाइजेशन लीड करने वाले लोगों को कल्चरल हार्मनी पर ध्यान देना होगा, वरना उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है। वह इसलिए कि अगर डिफरेंट कल्चर से लोग आए हैं। उनमें या तो बेहतर दोस्ती हो जाएगी या फिर इसका ऑपोजिट, दोस्ती की कंडीशन से कंपनी को तो नुकसान नहीं होगा, लेकिन अगर उनके बीच ठन गई तो इसका खमियाजा कंपनी को भुगतना पड़ेगा। यह बातें सामने आई डीडीयू के साइकोलॉजी डिपार्टमेंट की ओर से ऑर्गेनाइज नेशनल सेमिनार में, जहां देश भर के दिग्गजों ने अपनी फाइंडिंग्स शेयर की।

इंटरग्रुप रिलेशन के दौरान दिमाग में आते हैं चेंजेस

इंटरग्रुप रिलेशन हर जगह होते हैं। इसके साथ ही जब हम बिहेव करते हैं तो इस दौरान हमारा माइंड एक्टिव हो जाता है। यह बातें बताई न्यूरो साइकोलॉजिकल पर्सपेक्टिव पर अपना रिसर्च पेपर प्रेजेंट कर रही आईआईटी कानपुर की सबा हैदर ने। उन्होंने बताया कि बे्रन के प्री फ्रांटल कार्टेक्स, अमिग्डाला में चेंजेज आ जाते हैं, जिससे हमारे बिहेवियर के साथ ही वर्क पर भी इफेक्ट पड़ता है। वहीं आईआईटी कानपुर की ही भूमिका दीक्षित ने इंटरग्रुप रिलेशन पर अपना पेपर प्रेजेंट किया। उन्होंने बताया कि सोशल डाइवर्सिटी, डिस्क्रिमिनेशन और जेनरिक डायरवर्सिटी इंटरग्रुप रिलेशन पर काफी इफेक्ट डालते हैं।

देश भर के दिग्गजों ने प्रेजेंट किए पेपर

डीडीयू के साइकोलॉजी डिपार्टमेंट में ऑर्गेनाइज हुए इस सेमिनार में देश भर के साइकोलॉजिस्ट्स ने अपने पेपर प्रेजेंट किए। इसमें डीडीयू की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ। अनुभूति दुबे, डॉ। धनंजय कुमार, कुमांयु यूनिवर्सिटी की प्रो। अराधना शुक्ला, जीएलए यूनिवर्सिटी की अनीषा शर्मा, बीएनएम मधेपुरा बिहार के प्रो। पीके झा, प्रो। अशोक कुमार, डॉ। अनुरक्ति चतुर्वेदी, सेंट जोसेफ कॉलेज के डॉ। कृष्णा शर्मा, बुद्ध पीजी कॉलेज के डॉ। अमृतांशु शुक्ल, डीडीयू की प्रीति दुबे, डॉ। अमित त्रिपाठी, डॉ। एकता श्रीवास्तव ने अपने पेपर प्रेजेंट किए। फ‌र्स्ट सेशन की अध्यक्षता आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर अरविंद सिन्हा ने की, जबकि सेकेंड सेशन की अध्यक्षता जामिया मिलिया इस्लामियां के प्रो। एन हसनैन ने की। क्लोजिंग सेशन के चीफ गेस्ट एक्स वीसी प्रो। आरपी यादव रहे, वहीं अध्यक्षता एचओडी प्रोफेसर पीएसएन तिवारी ने की। डॉ। सुषमा पांडेय ने धन्यवाद और संचालन डॉ। अनुभूति दुबे ने किया।

Posted By: Inextlive