- फेसबुक और मैसेंजर पर करते हैं दोस्ती, लच्छेदार बातों से भरोसा जीतने के बाद गिफ्ट भेजने और मदद के बहाने करते हैं ठगी

-सोशल मीडिया पर फेक आईडी के जरिए बिछा रखा है जाल, विदेशी युवतियों से दोस्ती करने में कई लोग बन चुके हैं शिकार

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KANPUR : अगर आप भी फेसबूक और मैसेंजर यूजर हैं तो अलर्ट हो जाए. वरना आप भी किदवई नगर निवासी जितेंद्र शुक्ला (काल्पनिक नाम) की तरह हनीट्रैप का शिकार हो सकते है. साइबर क्रिमिनल्स ने ठगी का शिकार बनाने के लिए सोशल मीडिया पर फेक आईडी के जरिए जाल बिछा रखा है. इन आईडी पर लगी फोटो और कमेंट देखकर अगर आपने दिमाग की जगह अपने दिल का इस्तेमाल किया तो आप भी जितेंद्र की तरह लुट सकते हैं. जितेंद्र से फेसबुक में एक विदेशी युवती ने दोस्ती की और फिर उसे अपनी तस्वीरों और लच्छेदार बातों में फंसा लिया. इसके बाद उनको एक महंगा गिफ्ट भेजने के नाम पर 65 हजार रुपये ठग लिए. जब तक उनको अपनी गलती का अहसास हुआ बहुत देर हो चुकी थी. उनकी रिपोर्ट तो दर्ज हो चुकी है, लेकिन पुलिस न तो 'युवती' का पता लगा पाई है और न ही पैसे का.

कस्टम ड्यूटी देकर ले लेना

किदवईनगर के-ब्लाक निवासी जितेंद्र शुक्ला कारोबारी हैं. उनकी नयागंज में दुकान है. दो महीने पहले फेसबुक पर सूडान से विवियन रोजी नाम की युवती ने उन्हें फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी. जितेंद्र से बिना सोचे समझे रिक्वेस्ट एसेप्ट कर ली. दोस्ती होने पर युवती उनको मैसेंजर पर मैसेज भेजने लगी. कुछ ही दिनों में युवती ने लच्छेदार बातें कर जितेंद्र का भरोसा जीत लिया. इसके बाद युवती ने जितेंद्र को महंगा गिफ्ट भेजने का झांसा दिया. युवती ने जितेंद्र के वाट्सएप नंबर पर सोने की चेन और कुछ कपड़ों की फोटो भेजकर कहा कि मैंने ये सब तुम्हारे लिए खरीदा है. वह कोरियर से यह गिफ्ट भेज रही है. कस्टम ड्यूटी देने पर यह गिफ्ट रिसीव हो जाएगा.

पेमेंट करते ही जाल में फंसते चले गए

जितेंद्र ने पहले कस्टम ड्यूटी देने से मना कर दिया, लेकिन युवती ने यह कहकर उनको जाल में फंसा लिया कि उसने गिफ्ट में पैसे भी रख दिए हैं. उसने जितेंद्र को विश्वास दिलाने के लिए गिफ्ट पैक में पैसे रखते हुए का वीडियो भी भेजा. जिसे देखकर जितेंद्र को भरोसा हो गया. तीन दिन बाद जितेंद्र के पास अंजान नंबर से फोन आया. फोन करने वाली युवती ने कहा कि वह दिल्ली एयरपोर्ट से बोल रही है. 11 हजार रुपए कस्टम ड्यूटी देकर गिफ्ट रिसीव कर लीजिए. जितेंद्र ने युवती के बताए गए पीएनबी अकाउंट में रुपये जमा करवा दिए. इसके बाद जितेंद्र के पास दोबारा फोन आया कि गिफ्ट में महंगी विदेशी ज्वैलरी है. इसलिए 25 हजार और जमा करने होंगे. जितेंद्र ने रोजी से बात की तो उसने बताया कि गिफ्ट में 20 हजार पाउंड रखे है. ये सुनते ही जितेंद्र लालच में आ गए और 25 हजार रुपये एकाउंट में ट्रांसफर कर दिया. जितेंद्र ने कुल 65 हजार रुपये जमा कर दिए. इसके बाद फिर पैसे जमा करने को कहा गया तो जितेंद्र को शक हुआ और उन्होंने रुपये जमा करने से मना कर दिया. जिसके बाद युवती ने गिफ्ट देने से मना कर दिया. जितेंद्र ने रोजी को मैसेज किया तो रोजी ने जितेंद्र को ब्लॉक कर दिया. जिसके बाद जितेंद्र पूरी कहानी समझ गए. उन्होंने फौरन साइबर सेल में अपनी कंपलेन दर्ज करवाई.

कई अन्य तरह का भी झांसा देते है..

पुलिस रिकॉर्ड में हनी ट्रैप के जरिए ठगी का यह पहला मामला नहीं है. बीते छह महीने में इस तरह के कई मामले दर्ज हो चुके हैं. साइबर ठग हनीट्रैप में फंसाने के लिए लोगों से पहले बात कर उनके स्वभाव को अच्छी तरह जान लेते हैं. इसके बाद वे मदद करने, बिजनेस करने, गिफ्ट देने के बहाने अपना जाल फेंकते हैं. इसमें ज्यादातर लोग विदेशी युवती से दोस्ती के झांसे में आकर शिकार हो जाते हैं.

हाइड रहती है फ्रैंड लिस्ट

फेसबुक के जरिए ठगी करने वाले साइबर क्रिमिनल्स कई फेक आईडी बना लेते हैं. जिसमें किसी विदेशी युवती की तरह की उत्तेजक फोटो रहती हैं. इन आईडी की खास बात यह रहती है कि इनकी प्रोफाइल में फ्रेंड लिस्ट हाइड रहती है. ये कमेंट आने पर तुरंत जवाब देते हैं. ये ज्यादातर ऑनलाइन ही रहते हैं. ये शातिर साइबर ठग शिकार का भरोसा जीतने के लिए उसको वाट्सएप नंबर भी देते है. जरूरत पड़ने पर ये लोग किसी विदेशी लड़की से वाट्सएप पर कॉल कर बात भी करवाते है, लेकिन ये वीडियो कॉल नहीं करते है.

ऐसे पहचानें फेक अाईडी को

फेसबुक की ज्यादातर फेकआईडी को आप वॉल की फोटो पर दिए गए कमेंट से पकड़ सकते है. इन फेक आईडी में फ्रेंड लिस्ट तो हाइड होती है, लेकिन फोटो पर फ्रैंड के कमेंट होते है. जिसे देखकर आप यह पहचान सकते है कि यह फेक आईडी है या असली. अगर विदेशी युवती की फोटो पर 90 प्रतिशत से ज्यादा कमेंट इंडियन ने ही किए हैं, तो आप समझ जाइए कि वह फेकआईडी हो सकती है.

सिर्फ अलर्टनेस है बचाव

-अंजान लोगों से किसी कीमत पर दोस्ती न करें

- किसी भी अननोन लिंक को ओपन न करें

- अपनी प्राइवेट डिटेल कभी भी शेयर न करें

- बैंक एकाउंट नंबर या कार्ड की जानकारी न दें

- फेक आईडी को पहचानना सीखें

- किसी भी ईनाम या गिफ्ट के लालच में न फंसें

साइबर एक्सपर्ट रक्षित टंडन के मुताबिक

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साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे है. अब सोशल मीडिया के जरिए लोगों को ट्रैप कर ठगी की जा रही है. पुलिस एक्सपर्ट की मदद से मामलों का खुलासा करने का प्रयास कर रही है. लोगों भी साइबर क्रिमिनल्स से बचने के लिए सोशल मीडिया पर बेहद सतर्क रहना चाहिए.

राजेश यादव, एसपी क्राइम

Posted By: Manoj Khare