बेरोजगार छात्रों को फर्जी वेबसाइट के माध्यम से नौकरी का झांसा देकर करोडों रुपए की कर ली थी ठगी. पुलिस ने इस गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया.

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PATNA : कोतवाली पुलिस को बहुत बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पुलिस ने एक गिरोह का पर्दाफाश किया है जो बेरोजगार छात्रों को फर्जी वेबसाइट के माध्यम से नौकरी का झांसा देकर करोडों रुपए की कर ली थी ठगी. इनके निशाने पर आर्मी सहित कई अन्य शासकीय वेबसाइट थी लेकिन पुलिस ने इस गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया. पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इस गिरोह का मास्टरमाइंड तिहाड़ जेल में भी बंद रह चुका है. उसके खिलाफ पहले से भी कई मामले दर्ज है. पुलिस इन लोगों से पूछताछ कर रही है.

अंबेडकर चौक से हुआ गिरफ्तार

इस गिरोह के बारे में पुलिस को पहले से जानकारी मिली थी. मुखबिर से पुलिस को जानकारी मिली कि अंबेडकर चौक पर ये गिरोह दिखा है. तत्काल एसएसपी गरिमा मलिक ने एक टीम का गठन किया. इसके बाद पुलिस वहां पर गई और दो लोगों को हिरासत में ले लिया. पूछताछ में दोनों ने अपना नाम विशाल और धीरज बताया.

लुधियाना में भी दर्ज है मुकदमा

पुलिस ने इन लोगों की गिरफ्तार के बाद जब इनका अपराधिक रिकॉर्ड खंगाल तो वह भी हैरान हो गई. गिरोह का सरगना विशाल के खिलाफ सीबीआई कोर्ट लुधियाना में भी मुकदमा दर्ज है. इसके साथ ही अपराधी विशाल के खिलाफ पटना के कोतवाली थाने में चार अपराध दर्ज है. पुलिस लंबे समय से इस गिरोह की तलाश कर

एसएससी सहित कई विभाग थे निशाने पर

पुलिस के पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि इन लोगों के निशाने पर एफसीआई, आरआरबी, बीटीईटी, इंडियन पोस्ट ऑफिस, एसबीआई, आर्मी, एसएससी जैसर महत्वपूर्ण वेबसाइट इनके निशाने पर थी. ये लोग इन वेबसाइट का क्लोन बनाकर बेरोजगार युवाओं से रजिस्ट्रेशन के नाम पर ठगी करते हैं. गिरफ्तारी के बाद पुलिस को अन्य क्लू भी मिल सकता है.

पहले भी हो चुकी है हाईकोर्ट और गैस एजेंसी के नाम पर ठगी

मनेर के दवा व्यवसाई राकेश कुमार एक नामी दूध कंपनी का वितरक बनने के लिए कंपनी के वेबसाइट पर दावा किया था. उनका कहना है कि वेबसाइट का किसी ने क्लोन बना लिया था. इस कारण मैंने वहां पर अप्लाय कर दिया. इसके बाद मुझसे 11.50 लाख रुपए ठग लिए.


1.885 लाख रुपए की हो गई ठगी

गोसाई टोला निवासी संजीव कुमार से 1.885 लाख रुपए की ठगी हो गई. वो काफी दिनों से गैस एजेंसी लेने का प्रयास कर रहे थे. 6 फरवरी को वेबसाइट सर्च किया फिर उन्होंने आवेदन किया. इसके बाद इनके पास फोन आया कि आपको सिलेक्ट कर लिया गया है. उनसे एनओसी और रजिस्ट्रेशन के नाम पर करीब 1.885 लाख रुपए की ठगी हुई है.

पटना हाईकोर्ट का फर्जी वेबसाइट बना डाला

साइबर अपराधियों का जाल पूरे बिहार में फैल गया है. वे अब बेखौफ हो गए हैं. पटना हाईकोर्ट का फर्जी वेबसाइट बना डाला. इस फर्जीवाड़ा का पता चलते ही हाईकोर्ट के अधिकारियों ने कोतवाली थाने में इसकी शिकायत की. इस फर्जी वेबसाइट पर चपरासी की बहाली का विज्ञापन भी डाला गया था.

Posted By: Manish Kumar