साइकिल से प्रोजेक्ट बिल्डिंग जाने को हो जाएं तैयार
क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ : जल्द ही अब साइकिल से प्रोजेक्ट बिल्डिंग तक की भी सवारी शुरू होगी. साइकिल शेयरिंग प्रोजेक्ट के दूसरे फेज में बनने वाले स्टेशन के लिए सर्वे का काम फाइनल हो चुका है. अब जिन इलाकों में अभी तक साइकिल की पहुंच नहीं थी, उन इलाकों में भी जर्मन मेड साइकिल से आवागमन किया जा सकेगा. रांची में तीन मार्च को साइकिल शेयरिंग प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई है, अभी यह आधे शहर में ही शुरू हो पाया है, अब दूसरे फेज में पूरे शहर को कवर किया जाएगा.
600 से शुरू हुआ था कारवांइस साल मार्च से 600 साइकिल से इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की गयी. शुरू में 60 स्टेशन को एक्टिव किया गया है. कांके रोड से मोरहाबादी, करमटोली चौक, जेल रोड, कचहरी रोड, लालपुर, डंगरा टोली चौक, पुरुलिया रोड, अलबर्ट एक्का चौक होते हुए कडरू मोड़ तक साइकिल से आवागमन किया जा सकता है. आने वाले 3 माह में नए क्षेत्र भी इस प्रोजेक्ट से जुड़ेंगे, 600 और साइकिलें आएगी और 60 स्टेशन बनाए जाएंगे. इसके बाद हरमू से बिरसा चौक होते हुए धुर्वा क्षेत्र, डोरंडा से एमजी रोड का क्षेत्र भी इस प्रोजेक्ट से जुड़ जाएंगे.
ये होगा नया रूट -रातू रोड से शहजानंद चौक तक स्टेशन बनाया जाएगा.- हरमू चौक से अरगोड़ा चौक तक स्टेशन बनाया जाएगा
-अरगोड़ा चौक से अशोक नगर होते हुए डोरंडा, हिनू बिरसा चौक तक बनेगा स्टेशन. -अरगोड़ा चौक से डीपीएस होते हुए बिरसा चौक तक स्टेशन बनेगा - बिरसा चौक से एचईसी, विधानसभा होते हुए प्रोजेक्ट बिल्डिंग तक साइकिल से आवागमन का नया रूट होगा. प्रोजक्ट के प्रति बढ़ा रुझान राजधानी में जब साइकिल शेयरिंग प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई तो उस समय एक साथ 600 साइकिलों को सड़क पर उतारा गया था. लेकिन 3 मार्च से 10 मार्च तक ट्रायल के दौरान ही लोगों ने करीब ढाई सौ साइकिलों में से कई साइकिल को तोड़ दिया तो कई साइकिलों का जीपीएस तोड़ दिया गया, किसी का टायर खराब कर दिया गया. अब सिर्फ 350 साइकिलें सड़क पर हैं. लोगों की संख्या हर दिन बढ़ रही है लेकिन साइकिलों की संख्या कम होती जा रही है. जिस तरह से लोग एप्लीकेशन डाउनलोड कर रहे हैं उससे यह देखा जा रहा है कि साइकिल शेयरिंग प्रोजेक्ट के प्रति लोगों का रुझान बढ़ रहा है.