Kanpur: शुक्रवार रात मित्र पुलिस का एक और चेहरा देखने को मिला. श्यामनगर में शुक्रवार रात नकाबपोश बदमाशों ने कई घरों में धावा बोला. दूसरी तरफ उन्हीं गलियों पुलिस की जीप गश्त करती रही लेकिन उसे भनक तक नहीं लगी.


Is this called police?

बदमाशों की चहलकदमी से एरिया के लोग जाग गए और बदमाशों को खदेड़ लिया। इस दौरान भी पुलिस की जीप वहां से गुजरी लेकिन लोगों की मदद की बजाए पुलिस टीम वहां से बचकर निकल गई। लोगों ने कंट्रोल रूम फोन कर घटना की जानकारी दी तो जवाब मिला ‘लूट या डकैती हुई तो नहीं, होती तो आते’। पुलिस के रवैए से क्षेत्रीय लोगों में आक्रोश है। लोगों का कहना है कि अगर पुलिस ने मौके पर अलर्टनेस दिखाई होती तो बदमाश सलाखों के पीछे होते.

शोर सुनकर उल्टे-पैर भागे
चकेरी, श्यामनगर निवासी राजेश द्विवेदी यूको बैंक में स्पेशल असिस्टेंट हैं। राजेश ने बताया कि शुक्रवार रात डेढ़ बजे लाइट आने पर वो वाइफ सुधा और बेटे शुभांग व अर्पित के साथ रूम में सोने चले गए। शुभांग कमरे में स्टडी कर रहा था बाकी लोग सो रहे थे। रात दो बजे करीब शुभांग को गैलरी में कुछ लोगों के चहलकदमी की आवाज सुनाई दी। शुभांग ने खिडक़ी से झांककर देखा तो एक नकाबपोश बदमाश हाथ में तमंचा लिए छत के रास्ते से नीचे उतर रहा था। बदमाश देख शुभांग ने शोर मचा दिया और घरवालों को भी जगा दिया। शोर-शराबा सुनकर बदमाश उल्टे पैर लौट गए। बदमाशों के हमले की खबर सुनकर आसपास के लोग भी घरों से लाठी-डंडे लेकर बाहर निकल आए। राजेश द्विवेदी के मुताबिक, बदमाशों ने उनके घर से पहले दवा कारोबारी राजीव गुप्ता और पेट्रोल पंप कर्मी राधारमन बाजपेई के घर पर भी लूटपाट का प्रयास किया.

पुलिस के रवैए से आक्रोश
लोगों की भीड़ ने बदमाशों को खदेड़ा तो बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। तभी चौबे चौराहे की तरफ से पुलिस की जीप गश्त पर आती दिखी। भीड़ ने मदद के लिए पुलिस को आवाज दी तो पुलिसकर्मियों ने जीप दूसरे रूट पर मोड़ दी और चले गए। बैंक कर्मी राजेश ने कंट्रोल रूम कॉल कर घटना की जानकारी दी। राजेश का कहना है कि उधर से जवाब मिला कि डकैती या मर्डर हुआ तो नहीं, होता तो मदद करते। पुलिस के रवैए से गुस्साए लोगों ने डीआईजी अमिताभ यश को फोन कर पूरी घटना बताई। डीआईजी ने मामले की जांच का भरोसा दिया है.

 

Posted By: Inextlive