ओलंपिक : 24 साल पहले इस एथलीट ने पिता का सहारा लेकर पूरी की थी रेस
ओलंपिक की सबसे यादगार घटना
बार्सिलोना की मेजबानी में हुए साल 1992 के ओलंपिक में जिस वक्त ब्रिटेन की टीम हिस्सा लेने गई थी, तब एक ऐसा वाक्या देखने को मिला जिसने हर खेलप्रेमी की आखें नम कर दी थी। दिल को झकझोर कर रख देने वाली यह कहानी ब्रिटिश धावक डेरेक रेडमंड के टूटते हुए सपनो की है। बार्सिलोना ओलंपिक में हिस्सा ले रहे ब्रिटिश धावक डेरेक रेडमंड 400 मीटर की दौड़ में सेमीफाइनल तक पहुंच चुके थे। सेमीफाइनल में डेरेक काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे ऐसे में सभी की नजरें डेरेक के गोल्ड मेडलिस्ट बनने की थीं।
फिर कभी नहीं दौड़ पाए
रेस के रिकॉर्ड की किताबों में डेरेक के नाम के आगे ‘डीएनएफ’ लिख दिया गया है जिसका मतलब होता है ‘डीड नॉट फिनिश’। क्योंकि डेरेक ने अपने पिता की सहायता से रेस को पूरा किया था। डेरेक की चोट को ठीक करने में डॉक्टर को पूरे दो साल लग गए लेकिन तब जाकर उन्हें एक और बड़ झटका लगा जब डॉक्टर्स ने कह दिया कि अब डेरेक किसी भी रेस में हिस्सा नहीं ले पाएंगें।