सीएम साहब इन सफेद हाथियों का होगा क्या?
CM साहब, इन सफेद हाथियों का होगा क्या?
-शहर में डॉयल 100 सेवा के लिए आने वाली 30 इनोवा व छह बोलेरो गलियों में वारदात होने के बाद कैसे पहुंचेंगी अंदर? -फैंटम दस्ता भी हो जाता है फेल, फिर भी सड़कों से लेकर गलियों तक की कराई गई है डिजिटल mapping VARANASIगलियों का शहर बनारस जहां अगर कोई क्राइम भी हो जाये तो फैंटम दस्ते को मौका-ए-वारदात पर पहुंचने में पसीने छूट जाते हैं। और अगर घनी आबादी के बीच गलियों में कोई घटना हो जाये तो फिर पुलिस के लिए और भी बड़ा सिरदर्द होता है। इन सबके बीच हाईटेक हो रही पुलिस को सीएम साहब जल्द ही सफेद हाथियों का तोहफा देने वाले हैं। जो हैं तो काम के लेकिन गलियों के शहर में ये वर्क कैसे करेंगे इसको लेकर लगता है पुलिस प्रशासन का अब तक ध्यान ही नहीं गया है। क्योंकि बनारस में जल्द शुरू होने वाले डॉयल क्00 सेवा के लिए यहां की पुलिस को फ्म् फोर व्हीलर्स मिलने वाले हैं। पुलिस की ये हाईफाई गाडि़यां जीपीआरएस से लैस हैं। अधिकारी शहर में किसी भी वारदात के होने के बाद मौके पर इनके क्भ् मिनट के अंदर पहुंचने का दावा तो कर रहे हैं लेकिन गलियों में कोई वारदात होने पर इनोवा व बोलेरो जैसी बड़ी गाडि़यां कैसे क्भ् मिनट में स्पॉट पर पहुंचेंगी? इस बारे में भी मंथन जरूरी है।
मुश्किल होगी राह गलियों का शहर होने के नाते बनारस में इस वक्त फैंटम दस्ते की भ्0 से ज्यादा बाइक्स को लगाया गया है। दो सिपाहियों संग वायरलेस से कनेक्टेड ये बाइक्स किसी भी वारदात के बाद मौके पर सबसे पहले पहुंचती हैं लेकिन अक्सर गलियों में किसी घटना के बाद फैंटम को भी स्पॉट तलाशने में पसीने छूट जाते हैं। इवेन कई गलियां तो ऐसी हैं जहां बाइक भी नहीं पहुंच पाती। ऐसे में डॉयल क्00 सर्विस के लिए आने वाले फोर व्हीलर्स का क्या यूज होगा और ये शहर में कैसे मूव करेंगी? पुलिस विभाग के लिए ये किसी चुनौती से कम नहीं होगा। अभी है फैंटम और चीता - सिटी में भ्0 से ज्यादा फैंटम की बाइक्स हैं। - चीता दस्ते में भी आधा दर्जन जीप मौजूद हैं। - महिलाओं की सुरक्षा के लिए दो कृष्णा दस्ते की स्कूटी भी है। -शहर की बिजी सड़कों व गलियों में पुलिस को पहले पहुंचने के लिए बाइक्स और स्कूटी दी गई हैं। - हाई स्पीड बाइक्स हूटर से भी लैस हैं दो अक्टूबर को होगी शुरुआत- डॉयल क्00 सेवा की शुरुआत दो अक्टूबर को सीएम लखनऊ से करेंगे।
- इसके लिए बनारस को कुल फ्म् गाडि़यां मिलने वाली हैं। - इसके लिए सिटी में ख्0 हजार पॉइंट्स की डिजिटल मैपिंग कराई गई है। - इन पॉइंट्स को जीपीएस में फीड किया गया है। - दावा है कि शहर में कोई वारदात होने पर अब पुलिस मौके पर क्भ् मिनट में व गांवों में बीस मिनट के अंदर पहुंचेगी। - पब्लिक के टेलीफोन कॉल डायरेक्ट लखनऊ से होंगे कनेक्ट। - लखनऊ में होगा मेन स्टेशन और बनारस में बनेगा सब स्टेशन। फेल हो चुकी हैं कई गाडि़यां - बनारस में पहले भी कई हाईटेक गाडि़यां आई हैं। - लेकिन तमाम दिक्कतों व शहर में लगने वाले जाम के कारण ये फेल हो गई। - इनमें इटली से करोड़ों रुपये खर्च कर आई फायर ब्रिगेड की गाड़ी है। -बिजली तारों के फैले जंजाल के चलते ये भेलूपुर स्टेशन पर ही खड़ी रहती है। - निगम के पास भी सड़क की सफाई के लिए मशीन है। - लेकिन खस्ताहाल सड़कों के कारण वो भी खड़ी है। - क्राइम के बाद स्पॉट पर सैंपल कलेक्शन के लिए फोरेंसिक टीम को मिली है स्पेशल वैन।- लेकिन हाईफाई संसाधनों से लैस ये वैन कभी कभी ही पहुंचती है स्पॉट पर।