छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : जमशेदपुर. दैनिक जागरण आईनेक्स्ट द्वारा शुक्रवार को साकची आम बगान में मिलेनियल्स स्पीक के तहत राजनी-टी परिचर्चा का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में युवाओं ने चाय की चुस्कियों के साथ 'सरकार युवाओं को रोजगार देने में कितनी सफल हुई है' विषय पर युवाओं ने अपनी राय रखी. युवाओं ने कहा कि जो सरकार नए जॉब क्रिएट करेगी, उसे ही वोट करेंगे. राजनी-टी प्रश्न पर चर्चा की शुरूआत करते हुए परविंदर सिंह ने सिंह ने कहा कि देश की बढ़ती हुई जनसंख्या में युवाओं को रोजगार देना सरकार की सबसे बड़ी चुनौती है. बीजेपी ने हर साल दो करोड़ बेरोजगारों को जॉब देने का वादा किया था लेकिन सरकार इसे पूरा करने में असफल रही है. युवाओं ने कहा कि बेरोजगारी के चलते ही शहर के युवा गल्फ कंट्री में जाकर नौकरी कर रहे है.

सिटी की बंद हो रही कंपनियां

मिलेनियल्स ने कहा कि सरकार द्वारा संचालित कौशल विकास केंद्रों में युवाओं को तीन माह की बेसिक ट्रेनिंग दी जा रही है. युवाओं ने कहा कि आधा-अधूरा ज्ञान होने से कोई भी अच्छी कंपनी इन युवाओं को जॉब नहीं दे रही है. युवा बोले कि जमशेदपुर में चलने वाली कंपनियों को बंद कर सरकार ने युवाओं के भाग्य पर ताला डालने ने काम किया है. सीएम का शहर होने के बाद भी आज शहर के युवा नौकरी के लिए दूसरे राज्यों पर आश्रित है जबकि देश भर के होनहार जमशेदपुर में रहकर अपनी जीविका चला रहे है.

बेरोजगारी से विकास बाधित

युवाओं ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या और बेरोजगारों की बढ़ती तादाद ने देश के विकास को रोक रखा है. आज एक घर में कमाने वाला एक है और उनके आश्रित चार से पांच लोग जिससे सभी का समुचित विकास नहीं हो पा रहा है. युवाओं ने कहा कि राजनैतिक पार्टियां अपना उल्लू सीधा करने के लिए भोली-भाली जनता को बरगलाने का काम कर रही है. नेताओं को जनता की समस्याओं से कोई वास्ता नहीं है. युवाओं ने कहा कि लोकसभा चुनाव में बेरोजगारी एक बड़ा मुद्दा रहेगा.

मेरी बात

बेरोजगारी तो बढ़ी है, इसमे दो राय नहीं है. देश और प्रदेश स्तर पर युवाओं को रोजगार देने का काम किया जा रहा है. देश और प्रदेश स्तर पर स्किल इंडिया, रोजगार मेला आईटीआई और पालीटेक्निक संस्थानों के माध्यम से युवाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है. जिससे शहर के हजारों युवको को लाभ मिला है. झारखंड सरकार ने भी लोगो को रोजगार देने में कई प्रयास किए है, आने वाली सरकार से यह उम्मीद होगी बेरोजगारी दूर करने में विशेष ध्यान दे जुमले बाजी ना करे.

रंजीत मंडल

कड़क मुद्दा

सरकार जब 2014 में शासन में आई थी तो सरकार ने वादा वादा किया था, दो करोड़ युवाओं रोजगार मिलेगा, पर ऐसा नही हुआ. सरकार ने सिर्फ जुमले बाजी की है, पांच सालों में रोजगार के क्षेत्र में कुछ कार्य नही हुआ है, शहर के युवाओं को नौकरी के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है, सरकार स्किल इंडिया के तहत युवाओं को रोजगार के नाम पर पांच से सात हजार की नौकरी दे रही है वो भी शहर से बाहर दे रही है, बीजेपी सरकार ने वादा किया था, सरकार बनते ही केबल कंपनी खुलवाया जाएगा, जिससे शहर के लाखों युवाओं को रोजगार मिलेगी, लेकिन मुख्यमंत्री ने केबल कंपनी तो खुलवाया नही साथ ही साथ टायो कंपनी भी बंद करवा दिया.

परविंदर सिंह

केबल कंपनी अगर सरकार खुलवा देती तो आज शहर लाखों युवा सड़क पर नही घुमते, सरकार पारा शिक्षकों सात सात हजार का वेतन देकर ठगने का कार्य कर रही है, अगर शिक्षकों को इतना कम पैसा वेतन के रूप में मिलेगा तो वे कैसी शिक्षा देंगे.

किशोर प्रभात

शहर में ही इतनी कंपनियां होने के बावजूद भी लोग रोजगार के लिए बाहर पलायन कर रहे है, युवाओं को रोजगार नही मिल रही है, शहर के कंपनियां सेफ्टी के नाम पर युवाओं को काम नही दे रही है, तथा सेफ्टी कार्ड बनाने के लिए युवाओं को दौड़ा रही है.

नागेंद्र सिंह

सरकार बेरोजगारी दूर करने में काफी कामयाब रही है, सरकार ने बेरोजगारी दूर करने के लिए बहुत प्रयास किया है, आज रोजगार देने के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं बनाई गई है, देश में इतनी बेरोजगारी का कारण पिछले सरकार कार्यप्राणाली है , फिर से बीजेपी सरकार आने से पूरी तरह से बेरोजगारी दूर हो जाएगी.

राजेश श्रीवास्तव

केंद्र सरकार बनी थी तो रोजगार देने के कई वायदे किए गए थे, पर धरातल पर कुछ नजर नही आया, आज भी बेरोजगारी वैसी की वैसी ही है, एक ही पार्टी के केंद्र तथा राज्य में सरकार है, पर बेरोजगारी के लिए दोनों सरकारों ने कुछ नही किया है.

संतोष कुमार

जब राज्य में सरकार बनी थी तो सीएम ने कहा था, केबल कंपनी खोल दिया जाएगा, जिससे शहर में बेरोजगार लोगो के साथ नए युवाओं नौकरी दी जाएगी. पर कार्य काल खत्म होने को है सरकार बेरोजगारी खत्म करने में नाकाम रहीै.

सन्नी सिंह

झारखंड में 307 कंपनियों बंद हो गए, लोग भुखमरी के कगार पर, अगर कोई स्व रोजगार के लिए भी ठेला खोमचा लगाता उसे पुलिस मार के भगा देती है, एक गरीब युवा जाएं तो जाएं कहां.

खेत्रो मोहन

मोमेंटम झारखंड के नाम पर भी सरकार देश तथा राज्य को बेवकूफ बनाने का कार्य किया गया है. जब मुख्य मंत्री अपने गृह जिले के युवाओं के लिए नही सोच रहे तो इससे ज्यादा दुर्भाग्य की बात क्या होगी.

राकेश साहू

रोजगार के क्षेत्र में सरकार ने काफी कार्य किए है, आज स्किल इंडिया के तहत लाखों लोगो रोजगार मिलेगा, सरकार ने जितना रोजगार के लिए कार्य किया, उतना कार्य 70 वर्षो में किसी भी सरकार ने किया है.

सोनू श्रीवास्तव

सतमोला खाओ कुछ भी पचाओ

चर्चा के दौरान एमजीएम में अव्यवस्था का बात उठा, जिसमें लोगो ने कहा एमजीएम की ऐसी हालत देखकर स्वास्थ सचिव भी बोल थी, ऐसा हॉस्पिटल होता है, जब रघुवर दास एमजीएम की हालत सुध नही ले रहे तो राज्य के अन्य हॉस्पिटलों की क्या सुध लेंगे,

Posted By: Kishor Kumar