कानपुर। बनारस सहित पूर्वांचल और पश्चिमी बिहार तक हायर एजुकेशन में अपना लोहा मनवा चुके अशोका इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी एंड मैनेजमेंट पहडिय़ा का मौजूदा दौर में कोई सानी नहीं है। परिश्रम की भट्ठी में तप कर सफलता की चोटी पर ‘अशोका’ को पहुंचाने वाले वाइस चेयरमैन अमित मौर्य का मानना है कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता है। बस उसे करने की जिद समुद्र जैसी गहरी होनी चाहिए। साल 2010 में स्थापित अशोका इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी एंड मैनेजमेंट से पढ़ाई पूरी कर निकलने वाले स्टूडेंट्स प्रेजेंट में देश-विदेश में सफलता का परचम लहरा रहे हैं।


कानपुर। डायनमिक परसन अमित मौर्य कहते हैं कि पिछले एक दशक का सीन उठाकर देखें तो आपको लगेगा कि अपने बनारस में हायर एजुकेशन का भारी टोटा रहा। अच्छे कॉलेज नहीं रहने की वजह से स्टूडेंट्स का रुझान साउथ और मेट्रो शहरों की ओर ही रहा। मगर अब सिचुएशन बदल गई है। इंजीनियर या मेडिकल की पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स आज के दौर में साउथ नहीं जाकर अपने बनारस शहर में ही पढ़ाई करने को आतुर हैं। स्टूडेंट्स यह भांप चुके हैं कि जो एजुकेशन वहां मिलेगी वही एजुकेशन यहां घर के पास ही संभव है। यही वजह है कि बनारस सहित पूर्वांचल भर के स्टूडेंट्स का महानगरों की ओर पलायन थमा तो वहीं उनकी पहली पसंद भी अशोका बना हुआ है। वाइस चेयरमैन अमित मौर्य बताते हैं कि जिस सोच, परिकल्पना के आधार पर अशोका की नींव रखी गई आज वह सफलता की नई-नई इमारत गढ़ रहा है।


स्टेट के टॉप कॉलेज में संस्थान का नाम

अशोका इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी एंड मैनेजमेंट अपने स्टूडेंट्स को बेस्ट एजुकेशन देने के लिए कटिबद्ध है। इसके लिए खुद अमित प्रयासरत हैं। नए प्रयोग कर स्टूडेंट्स को काबिल बनाने की दिशा में कोई कदम उठाने से नहीं चूकते। यूपीटीयू से एफिलिएटेड और एआईसीटीई व पीसीआई नई दिल्ली से अप्रूव्ड यह कॉलेज स्टेट के टॉप टेन बेहतरीन प्रोफेशनल डिग्री देने वाले कॉलेज की लिस्ट में शुमार है। पहडिय़ा में हरा-भरा कैंपस स्टूडेंट्स को क्वालिटी एजुकेशन हासिल करने का एक बेहतरीन माहौल देता है। ऐसी लाइब्रेरी और कहीं नहीं अशोका इंस्टीट्यूट की डिजिटल लाइब्रेरी जैसी लाइब्रेरी कहीं और देखने को नहीं मिलेगी। शायद अगर पूरे यूपी की बात करें तो भी नहीं देखने को मिलेगी। स्टूडेंट्स का नॉलेज पावर बढ़ाने के उद्देश्य से आस्टे्रलिया के मेलबर्न यूनिवर्सिटी की तर्ज पर यहां की लाइब्रेरी विकसित की गई है। सिलेबस या फिर किसी भी टॉपिक से रिलेटेड बुक्स चाहिए तो स्टूडेंट को सिर्फ अपना रोल नंबर और कोर्स का नाम इंटर करते ही बुक्स उनके सामने होती है। मोबाइल एप के थ्रू भी स्टूडेंट्स बस अपना लॉगिन-पासवर्ड एक्सेस कर लाइब्रेरी का यूज कर सकते  हैं। यहां हजारों राइटर्स की लाखों पुस्तकें अवेलेबल हैं। अशोका की यह अपने आप में एक अनोखी और बेहतरीन पहल है। बीबीए, बीसीए और मास कॉम जल्द

बेहद कम समय में शिक्षा जगत में बड़ा नाम बनकर उभरे अशोका इंस्टीट्यूट का परचम लहरा रहा है। शायद यही कारण है कि स्टूडेंट्स की इंक्वायरी यहां रोजाना सौ से अधिक होती है। नेक्स्ट सेशन से अशोका में बीसीए, बीबीए और मास कम्यूनिकेशन कोर्स का भी संचालन किया जाएगा जो काशी विद्यापीठ से मान्यता प्राप्त होंगे। स्पोर्ट्स में भी अव्वल पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद सहित मनोरंजन का पूरा माहौल स्टूडेंट्स को यहां दिया जाता है। खास बात यह है कि यहां स्टूडेंट्स को अनुशासन के साथ हर दिशा में अव्वल बनाने के लिए हाई क्वालीफाइड फैकल्टीज की पूरी टीम है। जो एडमिशन लेने वाले हर स्टूडेंट के अंदर छिपे टैलेंट को बाहर निकालने का काम करती है। लैब से निखार रहे काबिलियत
यहां स्टूडेंट्स को हर प्रकार की सुविधा प्रोवाइड कराई जाती हैं। किसी भी कॉलेज में सबसे बड़ी जरूरत लैब की होती है। क्योंकि थ्योरी से ज्यादा हर किसी का प्रैक्टिकल पर अधिक फोकस होता है। इसी को देखते हुए अशोका इंस्टीट्यूट में हर डिपार्टमेंट के लिए स्पेशल लैब की व्यवस्था है। लैब हर सुविधा से लैस है। समय-समय पर लैब को अपग्रेड भी किया जाता है। हवा, पानी  और रोशनी से भरपूर। अशोका इंस्टीट्यूट का परपज स्टूडेंट्स को सिर्फ पढ़ाई  का बेहतर माहौल देना ही नहीं बल्कि उन्हें काबिल भी बनाना है। अमित मौर्य, वाइस चेयरमैन, अशोका इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट इंडियन अचीवर्स पोडियम नई दिल्ली की ओर से यंग एंड डायनमिक एजुकेशनिस्ट अवॉर्ड। ईस्टर्न यूपी में बेस्ट एकेडमिक अवॉर्ड इंडो इटालियन रिसर्च सेंटर की ओर से यूपी में बेस्ट एकेडमिक इंस्टीट्यूट इन द ईस्टर्न यूपी अवॉर्ड। यूपी में सफलतापूर्वक प्रोजेक्ट लांचिंग पर द पार्ले सुरभि एग्रीको प्रा। लि। की ओर से अवॉर्ड। यूपी के टॉप 15 इंजीनियरिंग कॉलेज का अवॉर्ड। इंडिया के 50 मोस्ट फ्लुएंशियल एजुकेशन इंटरप्रेन्योर अवॉर्ड। सिंगापुर में एंडुप्रेन्योर्स अवॉर्ड। इंडिया के एजुकेशन ग्रोथ पर दुबई में अवॉर्ड। कई एनजीओ के साथ जुडक़र सोशल वर्क में पा चुके है ढेरों अवॉर्ड। इंस्टीट्यूट में कोर्स -बीटेक इन कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग -बीटेक इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग -बीटेक इन सिविल इंजीनियरिंग -बीटेक इन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग -बीटेक इन मैकेनिकल इंजीनियरिंग -बी.फॉर्मा एमबीएDAINIK JAGRAN I NEXT CONNECT MARKETING INITIATIVEhttps://inextlive.jagran.com/dainik-jagran-inext-iconic-awards-2018-dr-deepak-madhok-achievements-201809190037

Posted By: Vandana Sharma