- पांच घंटे तक चला प्रदर्शन, एसएसपी के समझाने पर माने प्रदर्शनकारी

- सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन फाइल करने की कर रहे थे मांग

LUCKNOW : एससी-एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिये गए निर्णय के विरोध में और केंद्र सरकार से रिव्यू पिटीशन फाइल करने की मांग को लेकर सोमवार को दलित संगठनों के कार्यकर्ताओं ने हजरतगंज चौराहे का घेराव किया। काफी देर तक चले हंगामे के बीच जब पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर नोकझोंक हुई। आखिरकार मौके पर पहुंचे एसएसपी दीपक कुमार के समझाने पर प्रदर्शनकारी शांत हुए और आंबेडकर प्रतिमा वापस लौट गए। करीब पांच घंटे तक चला प्रदर्शन जिला प्रशासन के अधिकारी को ज्ञापन देने के बाद खत्म हुआ।

पुलिस से भिड़े प्रदर्शनकारी

दलित संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद के समर्थन में सोमवार को विभिन्न दलित संगठनों के कार्यकर्ता सड़क पर उतरे और हजरतगंज चौराहे पर जाम लगा दिया। सोमवार होने की वजह से ट्रैफिक अपने पीक पर था। जाम की वजह से आसपास की सड़कों पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को सड़क से हटाने की कोशिश की लेकिन, प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए। जिस वजह से विधानसभा मार्ग, हजरतगंज, अशोक मार्ग में लोग जाम में जूझते रहे।

केंद्र सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

प्रदर्शनकारी केंद्र सरकार पर दलितों के उत्पीड़न की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए मामले में हस्तक्षेप की मांग उठाई। बहुजन समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष डॉ। हरिकृष्ण गौतम ने केंद्र सरकार पर देश में अशांति बनाए रखने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार सुप्रीम कोर्ट में सशक्त पैरवी से बचकर ऐसे आदेश करवाने का काम कर रही है। कोरी समाज समिति के सुनील कुमार ने केंद्र सरकार से रिव्यू पिटीशन फाइल करने और पूर्व की भांति कानून लागू करने की मांग की। प्रदर्शन में वाल्मीकि पंचायत महासभा, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माले, फुले, शाहू आंबेडकर विद्वत मंच, भारतीय मूलनिवासी संगठन और भारतीय कोरी समाज ट्रस्ट के साथ दर्जनों वकील भी शामिल हुए। प्रदर्शन की जानकारी मिलने पर पहुंचे एसएसपी दीपक कुमार ने प्रदर्शनकारियों को बताया कि केंद्र सरकार की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन फाइल कर दी गई है। जिसके बाद प्रदर्शनकारी आंबेडकर प्रतिमा वापस लौट गए।

Posted By: Inextlive