-मकर संक्रांति पर दान-पुण्य का है खास महत्व

-संस्थाओं के साथ युवा भी पूरे उत्साह से कर रहे भागेदारी

ALLAHABAD: धर्म नगरी प्रयाग में मकर संक्रांति मनाए जाने का दौर शुरू हो गया है। सूर्योदय के पहले भोर से ही त्रिवेणी पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ स्नान के लिए उमड़ पड़ी है। श्रद्धालु संगम तट पर पुण्य की डुबकी तो लगा ही रहे हैं साथ ही दान-पुण्य का भी सिलसिला शुरू हो गया है। यूं तो मकर संक्रांति के एक दिन पहले दान के कई स्वरुप देखने को मिले हैं। इन्हीं में से कुछ चुनिंदा लम्हों को आई नेक्स्ट टीम ने भी अपने कैमरे में कैद किया है। इसी पर पेश है ये खास रिपोर्ट

अन्नदान- इस समयं पूरे माघ मेला क्षेत्र पर नजर दौड़ाएं तो एक नजारा ऐसा देखने को मिलेगा। जिसे देखकर आप चौक भी सकते हैं। यहां बड़े से बड़ा धनवान आपको सामान्य वेश-भूषा में हाथ जोड़े भोजन ग्रहण कर लेने का विनम्र निवेदन करते मिल जाएगा। यही नहीं मेला क्षेत्र में आने वाले साधु महात्मा या श्रद्धालु के जूठन और पत्तल को पूरे प्रेम के साथ उठाने में भी इन्हें कोई संकोच नहीं। ऐसे ही ओम नम: शिवाय संस्था से जुड़कर लोगों को भोजन जल ग्रहण करवा रहे कुछ सदस्यों से बात की गई तो संतोष श्रीवास्तव, जयकरन, ममता, ज्योति आदि ने कहा कि किसी को खाना खिलाने से बड़ा पुण्य और क्या हो सकता है।

श्रमदान- संगम तट पर दान का ही एक अलहदा अंदाज श्रमदान के रुप में देखने को मिला। ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक गंगा की सफाई के लिए जी जान से जुटे रहे। इस दौरान छात्र, छात्राएं और शिक्षक मिलकर गंगा से एक एक कर कूडे़ को बाहर निकालने में लगे रहे। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी और डिग्री कॉलेजेस में स्थित राष्ट्रीय सेवा योजना की विंग पिछले काफी समय से लगातार संगम पर स्वच्छता अभियान चलाती आ रही है। कार्यक्रम अधिकारी डॉ। सुमन अग्रवाल ने बताया कि अभियान आगे भी जारी रहेगा।

अर्थदान- इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में तृतीय श्रेणी कर्मचारी महेश निषाद भी कल्पवासियों के तप को पूरा करने में उनकी पूरी मदद करते हैं। उन्होंने कल्पवाशियों की मदद के लिए अखिल भारतीय सनातन धर्म महाबीर दल प्रयाग के नाम से संस्था बना रखी है। उनके कैम्प में आने वाले श्रद्धालुओं को माह भर कोई दिक्कत न हो। इसके लिए वे वर्ष क्990 से आर्थिक सहयोग करते चले आ रहे हैं। उधर, कड़ाके की ठंड में दस्तक कोचिंग के छात्र भी गरीबों को गर्म कपड़े व कम्बल बांटने का कार्य कर रहे हैं। इसके लिए छात्रों ने दस्तक कोचिंग के संचालक इंजीनियर नसीम सिद्दीकी के नेतृत्व में दस्तक रिदम ए थिंक नाम से ग्रुप बना रखा है।

रक्तदान- इन दिनों यूइंग क्रिश्चियन कॉलेज में महादान में एक रक्तदान के लिए भी लाइन लगी हुई है। आगामी समय में ईसीसी में होने वाले स्पंदन कार्यक्रम की श्रृंखला में रक्तदान का आयोजन भी होना है। इसे लेकर युवाओं में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। कॉलेज कैम्पस में ब्लड डोनेट किए जाने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने वाले छात्र छात्राओं की कतार लगी है। ईसीसी छात्रसंघ के महामंत्री सिद्धार्थ शाक्य ने बताया कि अब तक सैकड़ों की संख्या में स्टूडेंट्स इसके लिए रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं।

शिक्षा दान- मोती लाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के छात्रों ने गरीब बच्चों को सोसायटी की मुख्यधारा में लाने के लिए बड़ी पहल की है। स्लम एरियाज में शिक्षा का उजियारा फैल सके। इसके लिए एमएनएनआईटी के स्टूडेंट्स ने पहल नाम से संस्था बना रखी है। इस संस्था में शामिल छात्र खुद की पढ़ाई से समय निकालकर स्लम एरियाज में जाते हैं और बच्चों को शिक्षित करने का काम करते हैं। अलग-अलग ग्रुप में बंटे ये छात्र बच्चों के लिए किताब कॉपी की व्यवस्था खुद के जेब खर्च से करते हैं। छात्रों ने शहर से बाहर सोरांव और बनारस में भी महीनों इस तरह का कार्य किया है। उनकी योजना सीबीएसई स्कूल्स से टाईअप करके गरीब बच्चों का दाखिला इंग्लिश मीडियम स्कूल में भी करवाने की है।

Posted By: Inextlive