- मौसम के अनुसार कुत्तों को भी होती है अलग-अलग बीमारी

Meerut कुत्तों पर भी मौसम का गहरा असर पड़ता है। बदलते मौसम का जैसे हमारे शरीर पर असर पड़ता है, ठीक वैसे ही कुत्ते भी प्रभावित होते हैं। बारिश में स्किन इंफेक्शन कुत्तों को खतरनाक बनाता है। यही कारण है कि कुत्ता काटने के केस बारिश में अधिक होते हैं।

बरसात है खतरनाक

बरसाती मौसम में ही सबसे ज्यादा बीमारियां होती हैं। सीजन की शुरुआत से लेकर लास्ट तक स्किन इंफेक्शन से लेकर एक्टोपेराटाइट बीमारी होती है। शरीर में खुजली हो जाना, स्किन फंगल वायरल, वैक्साइटिड डिजीज जैसी बीमारी से कुत्ते के मरने के भी चांस हो जाते हैं। डॉग स्पेशलिस्ट डॉ। अमित गुप्ता के अनुसार गर्मी व सर्दी से ज्यादा कुत्तों को बरसात के सीजन में अधिक बीमारियां होती हैं। बरसात के मौसम में होने वाले स्कीन इंफेक्शन के होना और शरीर में कीड़े हो जाने के ज्यादा खतरे रहते हैं।

बीमारी बनाती है खतरनाक

बरसाती सीजन में कुत्तों को कुछ इस तरह की बीमारियां होना ही कुत्तों को खतरनाक बनाती है। डॉ। संदेश चौधरी के अनुसार कुत्ता अपनी बीमारी के बारे न तो किसी से बोल सकता है, न ही समझा सकता है। अंदर ही अंदर सहन करता है। बरसात के मौसम में कुत्तों को कीड़े पड़ने की संभावना भी रहती है, जो कुत्तों के शरीर पर खुजली कर देते हैं, पूरे शरीर में खुजली होने के साथ ही कुत्तों के दांत व मुंह में भी भयंकर जलन होने लगती है, जिसके कारण कुत्ते को इरीटेशन होती है और गुस्से में वह जो भी सामने आता है, उसे काटने लगता है।

बरसात में दो गुना खतरा

आंकड़ों के अनुसार बरसात में कुत्ता ज्यादा अपने बढ़ते गुस्से के कारण ज्यादा लोगों को और ज्यादा खतरनाक तरीके से काटता है। मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पताल पिछले साल जहां गर्मी व सर्दी में टोटल दो हजार रेबीज के इंजेक्शन लगे थे, वहीं बरसात में तीन हजार से अधिक रेबीज के इंजेक्शन लगे थे। इस साल बरसात में रोजाना के सौ से अधिक रेबीज के इंजेक्शन लगाए जा रहे हैं।

क्या करें उपाय

- अगर कुत्ते ने काटा है तो ख्ब् घंटे में रेबीज का इंजेक्शन लगवा लें।

- इंजेक्शन के साथ ही कोई एंटी बायोटिक दवा भी खाएं, ताकि किसी तरह का इंफेक्शन न हो।

- अगर कुत्ता गायब हो गया है तो दस पूरे दस दिन तक इंजेक्शन का कोर्स करें।

- किसी चिकित्सक की सलाह आवश्यक रुप से ले।

अक्सर बरसात के मौसम में कुत्ता काटने के केस ज्यादा आते हैं, वो इसलिए क्योंकि इन दिनों में कुत्ते ज्यादा बीमार और चिड़चिड़े हो जाते हैं। इस कारण वह ज्यादा लोगों को काटते हैं।

- डॉ। रजनीश त्यागी, त्यागी डॉग हॉस्पिटल

कुत्तों को भी इंसानों की तरह गुस्सा आता है, मगर वो बोल नहीं पाते हैं। इसलिए अंदर ही अंदर चिड़चिड़े हो जाते है। यही कारण है व ज्यादा लोगों को और ज्यादा खतरनाक काटते हैं।

- डॉ। संदेश चौधरी, डॉग स्पेशलिस्ट

बरसात के मौसम में अक्सर रेबीज के इंजेक्शन ज्यादा यूज होते हैं। इस बार भी एक दिन में कम से कम सौ इंजेक्शन तो लग ही रहे हैं।

- डॉ। अंकित, रेबीज डिपार्टमेंट इंचार्ज, जिला अस्पताल

बरसात के मौसम में अक्सर रेबीज के इंजेक्शन अधिक लगते हैं। कुत्ता काटने के केस भी इन दिनों काफी अधिक होते हैं।

-डॉ। प्रदीप भारती

प्रिंसीपल, मेडिकल कॉलेज

Posted By: Inextlive