- गंगा किनारे के तमाम घाटों पर लगाया जाएगा स्केल

- एहतिहात के तौर पर घाटों तक पहुंचने वाले पहले देख सकेंगे गंगा की गहराई

- एनडीआरएफ टीम की हेल्प से की जा रही है स्केलिंग

PATNA : अब गंगा के किनारे घाटों पर जाने के साथ ही आप गंगा में उतरना चाह रहे हैं तो आपको नदी की गहराई का पता पहले लग जाएगा। हर घाट पर डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन के आदेश पर एनडीआरएफ की टीम गहराई मापकर उसकी स्केलिंग तय कर रही है। ऐसा इसलिए हो रहा है ताकि गंगा में जो भी उतरे उन्हें पता हो कि गहराई कितनी है। जानकारी हो कि गंगा में वाटर लेवल बढ़ जाने की वजह से दस दिनों में सात बच्चों की जान चली गयी थी। इसमें से पांच बच्चों की डेडबॉडी भी बरामद की गई थी। इसके बाद से खतरनाक घाटों को लेकर मामला उठाया गया। इस पर डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन ने कड़ा कदम उठाते हुए हर घाट को सिक्योरिटी के दृष्टिकोण से बेहतर करने की पहल कर रहा है।

लाइफ गार्ड के साथ तैनात रहेंगे तैराक

डीएम मनीष कुमार वर्मा ने बताया कि गंगा के किनारे वाले घाटों में बड़े और खतरनाक घाटों पर स्नान करने वालों के लिए रेलिंग लगाने और उन घाटों पर बेहतर तैराक लाइफ गार्ड के साथ मौजूद रहेंगे। साथ ही हर सिक्योरिटी का पूरा का पूरा ख्याल रखा जाएगा। डीएम जनता दरबार में गुरुवार को 9क् मामले आए। इसमें से अधिकांश निजी जमीन और आपसी झगड़े का मामला था। साथ ही रिटायर्ड पर्सन की परेशानी को दूर करने के लिए भी अधिकारी को आदेश दिया गया है।

Posted By: Inextlive