ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स में जाने वाली जायरीन के इस्तकबाल में हुआ कार्यक्रम

>BAREILLY: ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स में अजमेर शरीफ शिरकत करने जा रहे जायरीन के इस्तकबाल के लिए आला हजरत दरगाह पर आयोजित कार्यक्रम में आपसी सद्भाव का पैगाम दिया गया। वहीं जायरीन आला हजरत की दरगाह पर भी हाजिरी लगाने पहुंचे तो दरगाह प्रमुख सुब्हानी मियां और सज्जादानशीन हसन मियां ने जायरीन को दरगाह का तबर्रुक दिया।

'फिजा में घोल रहे जहर'

इस्तकबाली कार्यक्रम में टीटीएस के राष्ट्रीय महासचिव मो। सलीम नूरी ने कहा कि कुछ लोग भारत माता की जय, लव जिहाद, घर वापसी जैसे मुद्दों को उठाकर हिंदुस्तान के भाईचारे वाली छवि को धूमिल करना चाह रहे हैं। उनकी मंशा हिंदुस्तान की आपसी सद्भाव वाली फिजा में जहर घोलने की है। हमारे मुल्क के दामन में बहुत सी तहजीब संस्कृतियां हैं। जो ऐसी ताकतों को खटक रही हैं।

मोहब्बत और एकता की मिसाल

उन्होंने जायरीन को पैगाम देते हुए कहा कि भारत पूरी दुनिया में एक मात्र ऐसा मुल्क हैं। जहां तमाम धर्म के लोग एक साथ रहते हैं। उनमें एक दूसरे के प्रति विश्वास और प्यार है। हालांकि कुछ ताकतें इसे तोड़ने की कोशिश में लगी रहती हैं। कई बार इसमें कामयाब भी हो जाती हैं। नतीजतन कुछ वक्त के लिए माहौल बिगड़ भी जाता है लेकिन एक बार फिर लोग आगे बढ़कर सब बातों को भूलकर एक साथ चलने लगते हैं। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में आज भी सूफी-संतों का गहरा असर है। यही वजह है कि नापाक ताकतें अपने इरादे में कामयाब नहीं हो पाती हैं।

Posted By: Inextlive