- डी कंपनी ने मेरठ को बनाया नकली नोटों का डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर

- 25 लाख की फेक करेंसी रखी थी, 1.5 करोड़ लेने जा रहा था

- लश्कर ए तोइबा ने दाऊद के जरिए वेस्ट में जमाए पैर

- मुजफ्फरनगर दंगे के बाद के हालात का फायदा उठाना चाहती है आईएसआई

- पकड़े गए एजेंट करते थे समुदाय विशेष के कथित कल्याण का काम

- नकली करेंसी के जरिए आतंकवाद की आंच सुलगाने की कोशिश

दाऊद के गुर्गे ने खोले कई राज

आईएसआई एजेंटों को डी कंपनी से मिल रही आर्थिक मदद

डी-कंपनी ने मेरठ को बनाया फेक करंसी का डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर

यूपी में हर साल खपाई जाती है करोड़ों रुपए के नकली नोट

वेस्ट यूपी में फेक करंसी सप्लाई करने का बड़ा नेटवर्क

अभी भी पुलिस की रडार में नहीं आए नेटवर्क के कई लोग

इकबाल काना और उसके साथियों पर भी पुलिस की नजर

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आईएसआई को फाइनेंस कर रहा दाऊद

- वेस्ट बंगाल का रहने वाला दाऊद का गुर्गा पुलिस गिरफ्त में

- करोड़ों रुपए वेस्ट यूपी में खपा चुका है अख्तर

- 10 से 15 बार मेरठ में खेप पहुंचा चुका है आरोपी

Meerut: वेस्ट यूपी में आईएसआई की एक्टिविटी को दाऊद की डी कंपनी फाइनेंस कर रही है। आईएसआई एजेंटों को मिलने वाला पैसा डी कंपनी से आ रहा है और इसका डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर है मेरठ। एक खास प्लान के तहत दाऊद इब्राहिम नकली नोटों की खेप मेरठ समेत पूरे उत्तर प्रदेश में धड़ल्ले से खपा रहा है। ये खुलासा ब्रह्मपुरी पुलिस और क्राइम ब्रांच द्वारा ख्भ् लाख रुपए के फेक करंसी के साथ दाऊद के गुर्गे अख्तर को पकड़ने के बाद हुआ है। पुलिस के मुताबिक आरोपी करोड़ों रुपए मेरठ समेत पूरे वेस्ट यूपी में खपा चुका है।

पकड़ा गया दाउद का गुर्गा

सीओ ब्रह्मपुरी विजय प्रताप यादव ने बताया कि अख्तर मूल रूप से पश्चिम बंगाल का रहने वाला है। अख्तर पश्चिम बंगाल से नकली नोटों को लाकर मेरठ समेत पूरे वेस्ट यूपी में खपाता था। पुलिस के मुताबिक ये नोट पाकिस्तान से आ रहे हैं। इस पूरे धंधे के पीछे डी कंपनी का मालिक दाऊद इब्राहिम मास्टर माइंड है।

यहां से पकड़ा

दरअसल, आईजी आलोक शर्मा के फोन पर किसी ने सूचना दी कि मेरठ में पाकिस्तान से लाए नकली नोट खपाए जा रहे हैं। आईजी ने एसओ ब्रह्मपुरी और क्राइम ब्रांच को इस केस में लगाया और राजस्थान बार्डर से अख्तर को ख्ब् लाख 7 हजार रुपए के साथ गिरफ्तार किया गया।

करोड़ों रुपए खपा दिए

पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि अख्तर अब तक करोड़ों रुपए मेरठ समेत वेस्ट यूपी में खपा चुका है। अख्तर वेस्ट बंगाल से नकली नोट लेकर आता था। जिसके बाद वह वेस्ट यूपी में खरीदारी और अन्य खर्चो से नकली नोटों को खपा देता था। इस खेप में अख्तर राजस्थान बार्डर से क्.भ् करोड़ रुपए लाने वाला था।

आईएसआई की बंदूक

लगातार हो रहे पाकिस्तान लिंक के खुलासों के बाद अब एक बात तय हो गई है कि दाउद इब्राहिम और आईएसआई की निगाहें पूरी तरह से वेस्ट यूपी में आकर टिक गई हैं। दाऊद जहां वेस्ट यूपी में नकली नोटों को खपा कर भारतीय अर्थव्यवस्था को डगाने का काम कर रहा है। तो वहीं आईएसआई यहां के लोगों से लिंक बनाकर अहम सुराग को इकट्ठा कर रहा है। गौरतलब है कि हाल ही में मेरठ पुलिस ने दो आईएसआई एजेंट को गिरफ्तार किया था, जो सेना की खुफिया जानकारी आईएसआई को दे रहे थे, जिनमें से एक भारतीय सेना का जवान भी था।

अख्तर राजस्थान बार्डर से नकली क्.भ् करोड़ रुपए लाने वाला था। जिसे अख्तर को वेस्ट यूपी में खपाने थे। अख्तर से अभी और पूछताछ की जाएगी।

-विजय प्रताप यादव, सीओ ब्रह्मपुरी

Posted By: Inextlive