-पीडि़त परिवार ने मोस्ट वांटेड बनारसी के गुर्गे पर आरोप लगाया

-तीन थानों के चक्कर लगा रहा है पीडि़त पिता, दूसरे थानाक्षेत्र का मामला बता पुलिस ने टरका दिया

KANPUR : शहर की पुलिस ने आशुतोष अपहरण कांड से भी सबक नहीं लिया है। इसका प्रमाण है कि रविवार को लाल इमली के पास से दिनदहाड़े तमंचे की नोक पर एक किशोर को अगवा कर लिया गया और पुलिस ने दूसरे थानाक्षेत्र का मामला बताकर पीडि़त पिता को टरका दिया। वो मदद की आस में देर रात तक तीन थानों के चक्कर लगाता रहा, लेकिन पुलिस ने न तो उनके बेटे को ढूढ़ने की कोशिश की और न ही रिपोर्ट दर्ज की। हद तो तब हो गई जब पीडि़त पिता ने मोस्ट वांटेड रईस बनारसी के गुर्गे पर बेटे को अगवा करने का आरोप लगाया, लेकिन इसके बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे हताश पिता मदद के लिए नेताओं के पास गया, लेकिन मोस्ट वांटेड का नाम सुनते ही वे भी पीछे हट गए।

घर से तीस हजार लेकर निकला था

बेकनगंज में रहने वाले मो। वाहिद प्राइवेट नौकरी करते हैं। उनके परिवार में पत्नी, दो बेटे आसिफ, आदिल (15) और तीन बेटियां हैं। आसिफ की कई दिनों से तबियत खराब चल रही है। परिजनों ने उसको हॉस्पिटल में एडिमट कराया है। उसका ऑपरेशन होना है। जिसकी रविवार को फीस जमा होनी थी। आदिल ऑपरेशन की फीस करीब तीस हजार रुपए लेकर घर से निकला था। आरोप है कि वो रिक्शे से हॉस्पिटल जा रहा था कि रास्ते में लाल इमली के पास से किसी ने उसको अगवा कर लिया। उसके हॉस्पिटल न पहुंचने पर परिजनों ने घर पर जानकारी की तो पता चला कि वो काफी देर पहले ही घर से निकल चुका है। परेशान परिजनों ने उसको आसपास ढूढ़ा, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला है। मायूस परिजन भागकर बेकनगंज थाने पहुंचे तो सिपाही ने उनको कर्नलगंज थानाक्षेत्र का मामला बताकर टरका दिया। इसके बाद वो कर्नलगंज और फिर ग्वालटोली थाने गए, लेकिन पुलिस ने न तो उनके बेटे को ढूढ़ने की कोशिश की और न ही रिपोर्ट दर्ज कर दी।

Posted By: Inextlive