RANCHI : रिम्स में मानवता फिर शर्मसार हुई है। हॉस्पिटल के न्यूरो वार्ड में एक कैदी की लाश लावारिस हाल में 48 घंटे तक पड़ी रही, लेकिन नर्स ने इसकी जानकारी न तो वार्ड इंचार्ज को दी और न ही रिम्स के अधिकारियों को। लाश यूं ही बेड पर पड़ी रही। उसे वार्ड से हटाना तो दूर देखने की भी जहमत किसी ने नहीं उठाई। ऐसे में शव की बदबू से अगल-बगल के बेड पर इलाजरत मरीजों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

तो हटाई डेड बॉडी

सोमवार को किसी ने कॉल कर एक डेड बॉडी के दो दिनों से बेड पर पड़े होने की जानकारी दी तो रिम्स प्रशासन हरकत में आया। आनन-फानन में डेड बॉडी को वार्ड से निकालकर माच्र्युरी भेजा गया, ताकि उसे सुरक्षित रखा जा सके। साथ ही इसकी सूचना मरीज के परिजनों, जेल प्रशासन व बरियातू पुलिस को भी दे दी गई।

27 जुलाई को हुआ था एडमिट

देविया मुंडा बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल होटवार में बंद था। तबीयत बिगड़ने के बाद जेल प्रशासन की ओर से उसे 27 जुलाई को रिम्स में एडमिट किया गया था। उसका इलाज न्यूरो वार्ड में चल रहा था, लेकिन शनिवार को उसकी मौत हो गई।

अटेंडेंट नहीं, इसलिए पड़ी रही लाश

बेड पर दो दिनों तक शव के यूं ही पड़े होने की जानकारी मिलने के बाद न्यूरो वार्ड के नर्स से इस बाबत जानकारी मांगी गई। उसने कहा कि मरीज के साथ कोई अटेंडेंट मौजूद नहीं था। ऐसे में उसकी मौत की जानकारी आखिर किसे देते। इतना ही नहीं, कैदी होने की वजह से यह पुलिस का भी मामला बनता था। इस वजह से शव को छुआ तक नहीं। इसी वजह से ही शव वार्ड के बेड में पड़ा रहा।

Posted By: Inextlive