तपती धूप में ड्यूटी के दौरान बिगड़ी हालत, कर्मचारियों का हंगामा

Meerut. नगर निगम में कार्यरत संविदा महिला सफाई कर्मचारी की दोपहर के समय ड्यूटी के दौरान मौत हो गई. जिस समय महिला कर्मचारी की मौत हुई वह तपती धूप में काम कर रही थी. महिला की मौत पर सफाई कर्मचारियों ने निगम पर महिला कर्मचारी से बीमारी के दौरान भी अत्याधिक काम लेने का आरोप लगाया है. महिला की मौत के बाद भी निगम अधिकारी महिला कर्मचारी की सुध लेने नहीं पहुंचे इस पर सफाई कर्मचारियों नाराजगी जताते हुए जमकर हंगामा किया.

नहीं मिली छुट्टी

नगर निगम मे कार्यरत पुरानी मोहनपुरी निवासी सुनीता पत्नी मंगल सेन दो साल से निगम में आउटसोर्सिग कंपनी की कर्मचारी है. जानकारी के अनुसार सुनीता पिछले तीन दिनों से बीमार थी. उसने निगम में छुट्टी की भी मांग की थी लेकिन छुट्टी नहीं दी गई और उसे दोपहर की शिफ्ट में काम पर लगा दिया गया. आरोप है कि तेज धूप और बीमारी में काम करने के कारण सुनीता की मौत हो गई. मौत की जानकारी मिलने के बाद निगम के आला अधिकारी महिला कर्मचारी के घर सुध लेने तक नहीं पहुंचे.

मुआवजे से मुकर गई कंपनी

महिला कर्मचारी की मौत के बाद आउटसोर्सिग कंपनी ने महिला कर्मचारी को मुआवजा देने से भी इंकार कर दिया. जबकि कंपनी द्वारा 10 लाख रुपये बीमे का प्रावधान है और कर्मचारियों का ईएसआईसी कार्ड भी जारी किया गया है. बावजूद इसके बाद भी कंपनी ने महिला कर्मचारी को मुआवजा राशि देने से इंकार कर दिया. इस पर सफाई कर्मचारियों ने हंगामा कर दिया. कर्मचारियों का आरोप है कि जब कंपनी ने सभी कर्मचारियों का बीमा किया हुआ है तो मुआवजा क्यों नही दिया जा रहा है.

मानवाधिकार आयोग जाएंगे कर्मचारी

इस मामले में शुक्रवार को कर्मचारी संघ ने निगम के आला अधिकारियों से मिलकर मुआवजा दिलाने की मांग की है. साथ हीं मानवाधिकार आयोग में कंपनी के खिलाफ शिकायत करने के लिए सभी सफाई कर्मचारी दिल्ली जाएंगे. निगम में मुलाकात करने वालो में विनेश विद्यार्थी, दीपक मनोठिया, कैलाश चंदौला, नंद्र किशोर, विनेश मनोठिया आदि शामिल रहे.

Posted By: Lekhchand Singh