Meerut. एक 25 साल का युवक हवालात में कंबल फाड़कर फांसी से झूल गया और पुलिस सोती रह गई? दौराला पुलिस की इस कहानी पर यकीन करना मुश्किल है. आप ही बताएं कि जिस कंबल को हाथ से फाड़ा जा सकता है उससे फांसी कैसे लग सकती है? युवक की मां कहती है पुलिस ने पूछताछ में मर्डर कर दिया. इंसाफ के लिए परिजनों ने हाईवे पर जाम लगाया और मोर्चरी पर भी हंगामा किया. फिलहाल एसएसपी ने इंस्पेक्टर सहित पांच को निलंबित कर मामले की जांच के आदेश दिए हैं.

यह है मामला
पल्लवपुरम फेस-वन स्थित डबल स्टोरी एफडी- 96 निवासी अप्पू पुत्र शंकर दो दिसंबर को पड़ोस में रहने वाली युवती के साथ फरार हो गया। युवती के परिजनों ने थाने में अपहरण की तहरीर दी थी। छह दिसंबर की शाम गाजियाबाद पुलिस की मदद से युवती के परिजनों ने अप्पू और युवती को दबोच लिया। गाजियाबाद पुलिस ने अप्पू को दौराला पुलिस के हवाले कर दिया था। पुलिस ने दो दिन तक अप्पू को कस्टडी में रखा, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। रविवार को देर रात अप्पू की संदिग्ध हालात में फांसी लगाने से मौत हो गई।

तो कैसे लगाई फांसी
पुलिस की माने तो कंबल को फाड़कर उसकी पट्टी को रोशनदान में बांधकर फांसी लगा ली, जबकि रोशनदान की हाइट और अप्पू की हाइट में ज्यादा अंतर नहीं होना पुलिस की सफाई पर सवाल खड़ा करता है। हवालात में फिरोज नाम का एक अन्य मुल्जिम भी बंद था। उसने घटना की जानकारी पुलिस को दी।

हाइवे किया जाम

कस्टडी में रात के समय मौत हो जाने के बाद पुलिस ने परिजनों को इसकी जानकारी सोमवार की सुबह दी। युवक की मौत की सूचना से भड़के परिजन पुलिस के खिलाफ हंगामा करते हुए हाईवे पर आ गए और जाम लगा दिया। करीब आधा घंटे तक जाम लगाकर पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। सूचना पर कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंचा और परिजनों को समझाकर सड़क से हटाया।
मोर्चरी पर हंगामा
हाइवे जाम करने के बाद परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। यहां भी परिजनों ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाते हुए नारेबाजी करनी शुरू कर दी। सूचना पर एसएसपी ओंकार सिंह और सीओ सिविल लाइन विकास चंद्र त्रिपाठी और एसडीएम अरविंद मिश्रा मौके पर पहुंचे। परिजन पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराने की बात पर राजी हुए। परिजनों का कहना था कि वीडियोग्राफी नहीं होती तो, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुलिस डाक्टर्स के साथ मिलकर खेल करा देती।
मेरे लाल की पुलिस ने हत्या की
अप्पू की मां सरला देवी ने रोते हुए बताया कि उनके बेटे ने फांसी नहीं लगाई है। मैं अपने बेटे से दोपहर एक बजे थाने में मिलकर आई थी तो, वे सामान्य स्थिति में था। अप्पू ने मुझसे कहा मम्मी आप अपनी तबियत का ख्याल रखो। मैं जल्द ही घर पर लौटकर आ जाऊगा। पुलिस ने छोडऩे के लिए बीस हजार रु पये मांगे हैं। आठ हजार रुपये मेरे पास है, जबकि 12 हजार रुपये आप ले आओ और मैं इनके चंगुल से छूट जाऊंगा, जिस पर मैंने पैसा न होने की बात कही थी। मेरे बेटे की आत्महत्या नहीं की है, पुलिस ने हत्या की है।

आखिर 48 घंटे में क्यों नहीं की कार्रवाई
भले ही पुलिस अप्पू द्वारा आत्महत्या करने की बात कहते हुए पल्ला झाड़ रही हो, लेकिन पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस ने  छह दिसंबर को अप्पू को कस्टडी में लिया था तो, सात और आठ दिसंबर को क्यों कार्रवाई नहीं की। कस्टडी में बैठाकर आरोपी पर कार्रवाई न करना पुलिस को भी कठघरे में खड़ा करता है।

पुलिस के खिलाफ मुकदमा दर्ज
अप्पू पर पुलिस द्वारा मानसिक प्रताडऩा का आरोप लगाते हुए मां सरला देवी ने थाने में पुलिस के खिलाफ मुकदमा कायम कराया है.  इस मुकदमें की जांच होगी, जिसके बाद कार्रवाई होगी। फांसी लगाने की घटना के बाद दौराला एसओ दौराला देवेंद्र पाल सिंह ने आत्महत्या का प्रयास करने का मामला अप्पू के खिलाफ दर्ज कराया।

इंस्पेक्टर समेत पांच पर कार्रवाई
कस्टडी मौत के मामले में एसएसपी ओंकार सिंह ने इंसपेक्टर देवेंद्र पाल सिंह, चौकी इंचार्ज यादाराम, नाइट अफसर अर्जुन सिंह, हेडमोहर्रिर बिजेंद्र सिंह और सिपाही ईश्वर सिंह को निलंबित कर दिया है

कस्टडी में भी नहीं होती हिफाजत

18 जून 2010 को दुष्कर्म के आरोपी सूरजपाल उर्फ सूरज ने कंकरखेड़ा थाने के टायलेट में शव मिला।
19 फरवरी 2010 को पुलिस हिरासत में नूरपुर बिजनौर में फारुख पुत्र केसर हसन की मौत हो गई थी। परिजनों ने लिसाड़ी गेट थाने में हंगामा खड़ा कर दिया था.5 जनवरी 2009 को दौराला पुलिस कस्टडी में बैठे सतेंद्र ने जहर खाकर जान दे दी थी। यह मामला काफी सुर्खियों मे रहा था।

"लगाए गए आरोप गलत है। पुलिस किसी की हत्या क्यों करेगी। अप्पू ने फांसी लगाई है। फांसी लगाने के दौरान जब दूसरे मुल्जिम ने उसे देखा तो पुलिस को जानकारी दी। अप्पू को बचाने के लिए हॉस्पिटल में प्राथमिक चिकित्सा भी दी गई, लेकिन वो बच नहीं सका."
-देवेंद्र पाल सिंहइंस्पेक्टर दौराला

"मामले इंस्पेक्टर सहित पांच को निलंबित कर दिया है। मृतक की मां सरला ने पुलिस के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कराया है, जिसकी जांच की जा रही है। जांच के बाद आरोपियों पर कार्रवाई होगी."
-ओंकार सिंह,एसएसपी मेरठ।

Posted By: Inextlive