12 मार्च 1993 का वो दिन। न सिर्फ मुंबई बल्कि पूरे देश के इ‍तिहास का सबसे काला दिन। ये वो दिन था जब मुंबई में एक के बाद एक हुए 13 सीरियल बलास्‍ट ने करीब 250 लोगों की जान ले ली और 700 से ज्‍यादा घायल हो गए। आज भी इस दिन को यादकर देश की ये आर्थिक राजधानी दर्द से कराह उठती है। आइए जानें रंग-बिरंगी मायानगरी मुंबई को खून के रंग से रंगने वाली इस घटना से जुड़ी 10 खास बातें।

1. 12 मार्च को पहला बम ब्लास्ट 1:30 मिनट पर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के बेसमेंट में हुआ। 1:30 मिनट से 3:40 मिनट तक कुल 13 बम धमाके हुए। ये धमाके माहिम में मछुआरों की कॉलोनी में, प्लाजा सिनेमा, झवेरी बाजार, कथा बाजार, होटल सी रॉक, होटल जुहू सेंटूर, एयर इंडिया बिल्डिंग, सहार एयरपोर्ट, BSE के अलावा वर्ली और पासपोर्ट कार्यालय में हुए।

7.  सुप्रीम कोर्ट की ओर से बाद में पुलिस, सीमा शुल्क और तटीय गार्ड की ओर से बरती गई समझी-बूझी ढिलाई और उनकी मिलीभगत को भी इन धमाकों के लिए दोषी ठहराया गया।    
8. बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त को भी धमाकों में इस्तेमाल होने वाले गैरकानूनी हथियारों को अपने पास रखने और सबूतों को मिटाने को लेकर आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि बाद में उन्हें किसी तरह से धमाके की पूरी प्लानिंग से दूर रहने को आधार मानकर क्लीन चिट दे दी गई।

9.  1993 में उस समय शरद पवार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हुआ करते थे। उन्होंने जानबूझ झूठे बयान देने की बात को स्वीकार कर लिया।
10. इस पूरे मामले में करीब 100 लोगों को दोषी ठहराया गया। इनमें से दाऊद इब्राहम, टाइगर मेमन और अयूब मेमन अभी भी फरार हैं। इस घटना के तुरंत बाद मुंबई के अंडरग्राउंड गैंग के दो हिस्से हो गए। D कंपनी गैंग के हिंदू सदस्य छोटा राजन और साधू शेट्टी ने दाऊद का गैंग छोड़ दिया।

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Posted By: Ruchi D Sharma