- फसल ऋणमोचन' योजना की शुरुआत करते हुए सीएम योगी बोले, अब प्रदेश में होगी किसान केंद्रित राजनीति

- किसानों की दुर्दशा के लिये पिछली सरकारों को ठहराया दोषी, कहा सपा-बसपा सरकारें योजनाओं में भी करती थी तुष्टिकरण

- केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कर्जमाफी को बताया करिश्मा

LUCKNOW:

'किसानों की कर्जमाफी कोई अहसान नहीं बल्कि, उनका अधिकार है। पिछली सरकारों के कार्यकाल में किसान उनके एजेंडे में ही नहीं थे, इसी का नतीजा है कि किसान कर्ज में डूब गया। पहले की सपा व बसपा सरकारों की योजनाओं में तुष्टीकरण होता था लेकिन, हम ऐसा नहीं होने देंगे, अब प्रदेश में किसान केंद्रित राजनीति होगी.' यह कहना है सीएम योगी आदित्यनाथ का, वे 'फसल ऋणमोचन' योजना की शुरुआत के दौरान लाभार्थी किसानों को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजधानी के सांसद व केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने की। इस मौके पर प्रदेश सरकार के दोनों डिप्टी सीएम समेत कई मंत्री व सीनियर ऑफीसर मौजूद रहे।

किसानों की आय दोगुना करना लक्ष्य

आशियाना स्थित स्मृति उपवन में आयोजित भव्य कार्यक्रम का शुभारंभ सीएम योगी आदित्यनाथ, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, डॉ। दिनेश शर्मा, कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही, वित्तमंत्री राजेश अग्रवाल, कानून मंत्री बृजेश पाठक, चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने दीप प्रज्जवलित कर की। सीएम योगी ने कहा कि किसानों की तरक्की के बिना देश तरक्की नहीं कर सकता। पीएम नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। प्रदेश सरकार भी पीएम द्वारा दिये गए इस लक्ष्य को लेकर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने किसानों की दिक्कतों पर ध्यान नहीं दिया। पहले खाद व बीज के लिये लंबी-लंबी लाइन लगती थीं। पर, केंद्र में मोदी सरकार और वर्तमान प्रदेश सरकार के आते ही खाद-बीज की किल्लत को खत्म कर दिया गया। इतना ही नहीं खाद की कीमत भी पहले से कम हुई है।

धान खरीद में देंगे 15 रुपये बोनस

सीएम ने कहा कि प्रदेश के किसानों की उपज का सही मूल्य नहीं मिलता था। असल मुनाफा आढ़तिये और दलाल खा जाते थे। इसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने गेहूं की खरीद के व्यापक इंतजाम किये। किसानों को प्रोत्साहित करने के लिये समर्थन मूल्य के साथ ही बोनस की भी घोषणा की। जिसका नतीजा यह हुआ कि पूरे प्रदेश में 1,625 रुपये प्रति कुंतल की दर से 37 लाख टन गेहूं की खरीद कराई गई। इसी तरह धान की खरीद के लिये भी व्यापक इंतजाम किये गए हैं। उन्होंने बताया कि धान की खरीद में भी समर्थन मूल्य के साथ ही 15 रुपये प्रति कुंतल की दर से बोनस दिया जाएगा। कहा, गन्ना किसानों का वर्ष 2013 से भुगतान पेंडिंग था। लेकिन, बीजेपी सरकार ने आते ही गन्ना किसानों के भुगतान की कार्यवाई शुरू कराई। नतीजतन, बीते चार महीने में गन्ना किसानों का 23 हजार करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। बकाया दो हजार करोड़ रुपये भी जल्द किसानों को भुगतान कर दिये जाएंगे।

देशभर की मंडियों को ऑनलाइन जोड़ेंगे

कार्यक्रम में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने कहा कि किसान की बेहतरी मोदी सरकार की प्राथमिकता हैं। किसानों को अब तक उपज का सही मूल्य नहीं मिल पा रहा था। इसे देखते हुए देशभर की 585 बड़ी मंडियों को ऑनलाइन पोर्टल के जरिए जोड़ा जाएगा। अब किसान अपनी उपज को खलिहान में रखकर देशभर की मंडियों में उसकी उपज के रेट को कंप्यूटर या स्मार्टफोन पर एक क्लिक पर जान सकेगा। इसके बाद जहां भी उसे उपज का लाभकारी मूल्य मिल रहा होगा, वहां वह अपनी उपज को ले जाकर बेच सकेगा। उन्होंने किसान कर्जमाफी को प्रदेश सरकार का करिश्मा बताया।

राजस्व खाते आधार से होंगे लिंक

किसानों की कर्जमाफी के लिये आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य व डॉ। दिनेश शर्मा के बीच रिश्तों को लेकर भी कानाफूसी जारी रही। हुआ यूं कि पहले एंकर ने डॉ। दिनेश शर्मा को संबोधन के लिये आमंत्रित किया। डॉ। शर्मा ने संबोधन की शुरुआत में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, फिर सीएम योगी आदित्यनाथ, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, वित्तमंत्री राजेश अग्रवाल समेत तमाम मंत्रियों का नाम लिया लेकिन, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या का नाम भूल गए। हालांकि, उन्होंने गलती सुधारते हुए आखिर में उनका नाम भी लिया। वहीं, संबोधन के लिये पहुंचे केशव प्रसाद मौर्या ने भी भाषण की शुरुआत से पहले डॉ। दिनेश शर्मा के अलावा मंच पर उपस्थित सभी अतिथियों का नाम लिया। इसे लेकर कार्यक्रम में मौजूद लोगों के बीच चर्चा रही कि दोनों डिप्टी सीएम के रिश्तों में रस्साकसी चल रही है या फिर यह महज एक संयोग है।

7574 किसानों को प्रमाणपत्र बांटे

फसल ऋणमोचन कार्यक्रम के तहत गुरुवार को प्रथम चरण में राजधानी के 7574 किसानों को कर्जमाफी का प्रमाण पत्र दिया गया। प्रतीकात्मक रूप से राजधानी की हर तहसील से 10-10 लाभार्थियों को सीएम योगी आदित्यनाथ व केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रमाण पत्र सौंपे। इसके अलावा अन्य सभी लाभार्थियों को अधिकारियों ने उनकी सीट पर जाकर प्रमाणपत्र सौंपे।

सीएम योगी ने कहा कि अक्सर देखा जाता है कि किसान की जमीन को जालसाज दूसरा आदमी खड़ा कर बेच लेते थे। अब ऐसी स्थिति की पुनरावृत्ति नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी किसानों के राजस्व खाते आधार कार्ड से लिंक होंगे। ताकि, अब ऐसी धोखाधड़ी न हो सके। उन्होंने कहा कि इस योजना के लागू हो जाने के बाद किसानों की जमीन हड़पने वाले जालसाज जेल में होंगे।

उन्नत गोवंश उपलब्ध कराएगी सरकार

किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिये सीएम ने किसानों को पशुपालन के लिये प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार उन्नत किस्म के गोवंश किसानों को उपलब्ध कराएगी, जिससे किसान ज्यादा से ज्यादा दुग्ध का उत्पादन कर अपनी आमदनी बढ़ा सकें। उन्होंने भूमाफियाओं के कब्जे में मौजूद चरागाहों को भी एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स के माध्यम से मुक्त कराने की बात कही।

रिश्तों में रस्साकसी या संयोग?

Posted By: Inextlive