आटा-आक्टा ने धमकाया कुलपति पर कार्रवाई हुई तो अनिश्चितकालीन हड़ताल

मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के खिलाफ राष्ट्रपति को पत्र लिखने का भी लिया गया निर्णय

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PRAYAGRAJ: इलाहाबाद विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों में शिक्षकों के एक बड़े वर्ग ने एमएचआरडी मिनिस्टर प्रकाश जावड़ेकर के खिलाफ सीधे-सीधे मोर्चा खोल दिया है। कुलपति प्रो। रतन लाल हांगलू के खिलाफ मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा जांच की सिफारिश के खिलाफ विवि व महाविद्यालयों के शिक्षक गोलबंद हो रहे हैं। दावा है कि विवि के सभी संघटक महाविद्यालयों के लगभग 400 शिक्षकों ने गुरुवार को आटा व आक्टा द्वारा बुलाई गई आपात बैठक में हिस्सा लिया है।

दो जांच कमेटी ने गलत नहीं पाया

दो घंटे चली बैठक में निर्णय लिया गया कि अगर कुलपति पर कोई कार्रवाई होती है तो सभी शिक्षक विवि व कॉलेजेस को बंद करके अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। बैठक में कुलपति के बचाव में राष्ट्रपति को पत्र लिखकर कुलपति पर कोई भी कार्रवाई न करने की अपील करने का निर्णय लिया गया। बैठक को संबोधित करते हुए इविवि शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रो। रामसेवक दुबे ने कहा कि मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर इविवि में अनावश्यक हस्तक्षेप कर रहे हैं। विवि को लेकर पहले ही दो जांच कमेटी गठित हो चुकी है और उनमें कुलपति के खिलाफ कुछ भी गलत नहीं कहा गया।

कुलपति को बताया कर्मयोगी

प्रो। दुबे ने कहा कि शिक्षक संघ अब प्रधानमंत्री को प्रकाश जावड़ेकर के खिलाफ पत्र लिखेगा। राष्ट्रपति से गुजारिश की जाएगी कि मानव संसाधन विकास मंत्री का विवि के मामले में अनावश्यक दखल देना बंद किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि एमएचआरडी मिनिस्टर इसे व्यक्तिगत मुद्दा बनाकर कोई भी कदम उठाएंगे तो शिक्षक उनसे भी लड़ने को तैयार हैं। आटा उपाध्यक्ष डॉ। एआर सिद्दीकी ने कहा कि जब भी नियुक्तियां होना शुरु होती हैं। उसी समय कुलपति का विरोध सामने आने लगता है। प्रो। जगदंबा सिंह ने कहा कि इविवि का शिक्षक संघ एकमात्र ऐसा शिक्षक संघ है जो अपने कुलपति के साथ समर्थन में खड़ा है। जबकि देश के हर केन्द्रीय विवि का शिक्षक संघ अपने कुलपति के खिलाफ खड़ा रहता है। जहां के शिक्षक संघों ने अपने कुलपति के खिलाफ मंत्रालय को आरोप पत्र दिया है। मंत्रालय उनपर कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है? उन्होंने कुलपति को कर्मयोगी बताया।

भाजपा के खिलाफ होगा प्रचार

डॉ। चित्तरंजन कुमार ने कहा कि मंत्रालय हर छह महीने पर विवि में एक जांच कमेटी गठित करके भेज देता है। इससे विवि में नकारात्मक माहौल बन जाता है। चितरंजन ने कहा कि सरकार ही नियुक्तियों में बाधा क्यों पैदा कर रही है? डॉ। उमेश प्रताप सिंह ने कहा कि अगर मंत्रालय कुलपति के खिलाफ कोई कार्यवाही करता है तो हम 2019 के आम चुनाव में घर-घर जाकर भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा उम्मीदवार का विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई का मन बना रही है जो गलत है। डॉ। राकेश सिंह ने कहा कि प्रकाश जावड़ेकर अपने पांच कार्य बताएं और इस आधार पर कुलपति से मुकाबला करके देख लें।

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शिक्षकों ने निकाला शांति मार्च

सभा के बाद समस्त शिक्षकों ने एक शांति मार्च भी निकाला। यह शांति मार्च सीएमपी डिग्री कॉलेज से होते हुए मेडिकल चौराहे तक गया। इसमें अगली रणनीति के लिए शुक्रवार को ईश्वर शरण कॉलेज में दोपहर तीन बजे से शिक्षक संघ की एक और मीटिंग बुलाई गई है।

Posted By: Inextlive