- अचानक दाम कम करने के फैसले से विक्रेताओं में मच गई खलबली

- पुराने खेप को खत्म करने के प्रयास में नहीं उठा डिसलरी से माल

BAREILLY:

अप्रैल से अंगे्रजी शराब के रेट में 25 परसेंट की कमी के इंतजार में 'मयखाने' खाली पड़ते जा रहे हैं। मार्च में ज्यादातर वाइन शॉप ओनर्स ने माल नहीं उठाया। आबकारी अधिकारियों ने वाइन कारोबारियों को माल की खेप उठाने के लिए लेटर भी लिखा। बावजूद इसके व्यापारी घाटा के डर से माल नहीं उठा रहे है। ऐसे में, शराब पीने वालों को बियर पीना पड़ रहा है।

खाली पड़े मॉडल शॉप

शराब के दामों को कम अचानक कम करने के फैसले से विक्रेताओं में एकबारगी हड़कंप मच गया। फरवरी लास्ट में भारी मात्रा में स्टॉक उठाने के बाद बिक्री न होने से लॉस की चिंता सताने लगी। हालांकि, होली पर भारी खपत होने से काफी मात्रा में विदेशी ब्रांड की खपत हो गई। लेकिन डिसलरी में तैयार हो रहे नए माल को उठाने कोई नहीं पहुंचा। शराब यूनियन के महानगर अध्यक्ष जमाल सिद्दकी के मुताबिक राज्य सरकार द्वारा दाम बढ़ाए जाने की योजना के चलते विक्रेताओं के स्टॉक किए हुए मॉल से लॉस होने की उम्मीद थी। पुराने माल को खत्म करने के लिए नए माल की खेप नहीं उठाई गई। तयशुदा नए दामों में 30 मार्च को खेप उठाई जाएगी।

शराब के दाम होंगे कम

विदेशी शराब के रेगुलर, मीडियम, सेमी प्रीमियम ब्रांड के दाम में 25 परसेंट कमी होगी। इससे तस्करी पर अंकुश लगने से आबकारी राजस्व में इजाफे की उम्मीद है। 1 अप्रैल से विदेशी शराब के थोक और फुटकर दामों के संबंध में आबकारी आयुक्त ने शासन को ब्यौरा भेजा है। भारत निर्मित विदेशी शराब के फेम ब्रांड के 180 एमएल के पौवे के वर्तमान मूल्य में 1 अप्रैल से 35 से 60 रुपये तक की कमी होगी। वहीं, 750 एमएल की बोतल के दाम 150 से 250 रुपये तक कम होंगे। हालांकि, स्कॉच, सुपर प्रीमियम और प्रीमियम श्रेणी की महंगी विदेशी शराब के दाम में खास अंतर नहीं होगा। हालांकि बीयर और देशी के दामों में 5 परसेंट तक इजाफ होगा।

दाम कम होने से हो रही तस्करी पर अंकुश लगने की संभावना है। सस्ते दामों में बिक्री होने से खपत बढ़ेगी और राजस्व भी बढ़ेगा। घाटे की संभावना के चलते डिसलरी से नई खेप नहीं उठाई गई।

एमएल द्विवेदी, जिला आबकारी अधिकारी

Posted By: Inextlive