डेंगू, मलेरिया नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य मंत्री का पत्र
-ग्राम प्रधानों, स्कूलों, जनप्रतिनिधियों व संस्थाओं तक भेजे जा रहे हैं स्वास्थ्य मंत्री के पत्र
DEHRADUN : बरसात आते ही शहरों में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, जैपनीज इंसेफ्लाइटिस व स्क्रब टाइफस जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इस बार भी मानसून दस्तक दे चुका है। राजधानी से लेकर तमाम शहरों, इलाकों में ऐसी बीमारियों का खतरा न बने, इसके लिए खुद स्वास्थ्य मंत्री पत्र लिखकर बीमारियों से निजात पाने में आम जनता, जनप्रतिनिधियों, स्कूलों से सहयोग व भागीदार बनने में मदद की अपील कर रहे हैं। बरसात में रहता है खतरामानसून आते ही बरसात के पानी की ठहराव हो जाने से तमाम प्रकार की बीमारियां भी आफत देने लगती हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने तमाम सीएमओ कार्यालय से अपने नाम से जारी पत्र भेजने शुरू किए हैं। ये पत्र ग्राम प्रधान से लेकर जनप्रतिनिधियों, स्कूलों तक पहुंचाए जा रहे हैं। जिसमें खुद स्वास्थ्य मंत्री ने उम्मीद जताई है कि मलेरिया, डेंगू, जैपनीज इंसेफ्लाइटिस, चिकनगुनिया जैसी वैक्टर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए सभी भागीदार बने। राष्ट्रीय वैक्टर जनति रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य मंत्री के नाम से पत्र सीएमओ कार्यालय से लगातार डिस्पैच हो रहे हैं।
---------------बरसात में सबसे ज्यादा डेंगू व मलेरिया का खतरा बना रहता है।
- पिछले साल क्9 अगस्त को देहरादून में पहला डेंगू का मामला सामने आया था। - ख्0क्फ् में डेंगू के क्ख्ख् मामले कंफर्म हुए थे। - जबकि ख्0क्ब् में क्ख्0 मामले प्रकाश में आए थे। डेंगू के लक्षण -अचानक तेज सिर दर्द व बुखार आना। -मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द होना। -आंखों के पीछे दर्द होना। -गंभीर मसलों में नाक, मुंह, मसूड़ों में खून आना व त्वचा पर चकत्ते उभरना। कैसे बचें डेंगू फैलने वाला मच्छर साफ पानी में ही पनपता है। -पानी से भरे हुए बर्तन व टंकियों आदि को ढक कर रखें। -हर सप्ताह कूलर को खाली करके सूखा कर ही प्रयोग करें। -डेंगू का मच्छर दिन में काटता है। -बदन को कपड़े से ढकें। -डेंगू उपचार के लिए कोई खास दवा या वैक्सीन नही हैं।