-राजापुर नेवादा में साफ-सफाई के हालात जस के तस

-नगर निगम सफाई कर्मचारियों की हड़ताल से हालात बदतर

ALLAHABAD: राजापुर नेवादा के निवासियों की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। बुधवार को डेंगू से बचाव के लिए दवा का छिड़काव व फागिंग तो हुई लेकिन साफ-सफाई के हालात जस के तस रहे। नगर निगम कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से सफाईकर्मी वार्ड में नहीं पहुंचे। इससे स्थानीय निवासियों में डेंगू को लेकर दहशत और आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है।

दिनभर करते रह गए इंतजार

नेवादा इलाके में एक साथ डेंगू के दो मरीजों की पुष्टि होने के बाद बुधवार को नगर निगम ने यहां दवा का छिड़काव कराया। नगर निगम कर्मचारियों ने नेवादा, काली जी का मंदिर, हौली वाली गली, नेवादा हाजी जी वाली गली, मऊ सरैसा, साहिल कालोनी, कुर्मियाना और आसपास के इलाकों में दवा छिड़काव के साथ छह मशीने लगाकर फागिंग की गई। बावजूद इसके सफाई कर्मचारी नदारद रहे। हड़ताल पर चले जाने से सफाई कर्मियों ने वार्ड में दर्शन नहीं दिए।

एक दिन में नहीं मिलेगी निजात

वार्ड पार्षद अहमद अली ने कहा कि सफाई नहीं होने से कूड़े का ढेर लगा हुआ है। गंदगी और दुर्गधं से मच्छरों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। लोगों को मलेरिया और डेंगू से बचाने के लिए यहां नियमित सफाई और दवा के छिड़काव की जरूरत है। एक दिन फागिंग से लोगों को समस्याओं से निजात नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि वार्ड में सफाईकर्मियों के बहुत से पद खाली पड़े हैं। वार्ड बड़ा होने और सफाईकर्मी कम होने से साफ-सफाई के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। इससे स्थानीय जनता में आक्रोश और नाराजगी बढ़ती जा रही है।

भारी पड़ सकती है लापरवाही

शुरुआती लक्षणों के प्रति लापरवाही बरती जाए तो डेंगू जानलेवा हो सकता है। एएमए सचिव व फिजीशियन डॉ। मनोज माथुर का कहना है कि जांच में डेंगू फीवर की पुष्टि होने के बाद तत्काल डॉक्टरी इलाज से चार से पांच दिनों में स्वस्थ हुआ जा सकता है। लापरवाही बरतने पर वायरस डेंगू हैम्ब्रेजिक पैदा कर सकते हैं। इसमें मरीज को उल्टी, ब्लीडिंग, लाल चकत्ते और शरीर में प्लेटलेट्स की कमी से जूझना पड़ सकता है। अगर मरीज का ब्लड प्रेशर लो हो जाए तो यह स्थिति शॉक सिंड्रोम हो सकती है। इसमें मरीज को चक्कर आने लगते हैं, जो काफी खतरनाक साबित होता है।

कूलर पर गौर फरमाएं

डॉ। माथुर की मानें तो मौसम बदल रहा है। बहुत से लोगों ने रात में कूलर चलाना बंद कर दिया है। लेकिन, वह कूलर का पानी हटाना भूल गए हैं। यह लापरवाही डेंगू को बढ़ावा देती है। डेंगू फैलाने वाला मच्छर एडीज अक्सर ठहरे हुए साफ पानी में अंडे देता है। कई बार उसके लार्वा कूलर के पानी में पनप जाते हैं और हमें पता ही नहीं चलता।

Posted By: Inextlive