सत्ता परिवर्तन के बाद कुंभ मेला के लिए संस्कृति विभाग ने खोला खजाना

ALLAHABAD: उप्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद संगम की रेती पर आयोजित होने जा रहे कुंभ मेला का फ्लेवर बदल गया है। मेला के दौरान होने वाले कल्चरल इवेंट के लिए जहां सपा शासनकाल में सिर्फ डेढ़ करोड़ का बजट मंजूर किया गया था, इस सरकार ने चालीस करोड़ से अधिक का बजट मंजूर किया है।

पंद्रह दिनों का इवेंट भी नहीं हुआ पूरा

पिछले कुंभ में संस्कृति विभाग की ओर से पंद्रह दिनों का कल्चरल इवेंट कराने की योजना बनाई गई थी। इसके लिए प्रख्यात भजन गायक रवीन्द्र जैन, मशहूर हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव व भोजपुरी गायक मनोज तिवारी को आमंत्रित किया गया था। शास्त्रीय संगीत के स्टेट लेवल के कलाकारों को हायर किया गया था लेकिन इवेंट आठ दिनों से ज्यादा नहीं चल पाया था। कारण कि मौनी अमावस्या स्नान पर्व के दिन इलाहाबाद जंक्शन पर हादसे के बाद कल्चरल इवेंट रद कर दिया गया था।

संस्थान ने रवींद्र जैन को किया भुगतान

सपा सरकार ने बजट मंजूर किया था लेकिन कल्चरल इवेंट की अवधि में डेढ़ करोड़ रुपए नहीं रिलीज किया गया। इवेंट की पहली प्रस्तुति प्रख्यात भजन गायक रवीन्द्र जैन से हुई थी। दूसरी प्रस्तुति हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव की हुई, लेकिन कार्यक्रम समाप्त होते-होते परिसर में भगदड़ हो गई। इसकी वजह से लाठीचार्ज करना पड़ा। इसका असर ये हुआ कि भोजपुरी गायक मनोज तिवारी का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया।

अबकी बार चालीस के पार

भाजपा सरकार ने कल्चरल इवेंट के जरिए देश की कला व संस्कृति का वैभव पूरी दुनिया को दिखाने का निर्णय लिया है। यही वजह है कि मेला की अवधि में रोज कल्चरल इवेंट कराने की योजना बनाई गई है। इसके लिए संस्कृति विभाग ने 41 करोड़ का बजट स्वीकृत किया है। यही नहीं मेला क्षेत्र में इवेंट के लिए गंगा, यमुना, सरस्वती नदियों के नाम के साथ एक कन्वेंशन हाल महर्षि भारद्वाज के नाम से बनाया जाएगा।

इस बार पूरी प्रतिदिन अलग-अलग कन्वेंशन हाल में सुबह और शाम को दो सत्रों में बड़े-बड़े इवेंट कराए जाएंगे। कलाकारों के चयन की प्रक्रिया अंतिम दौर में चल रही है।

अमित कुमार अग्निहोत्री, नोडल आफिसर, सांस्कृतिक आयोजन

Posted By: Inextlive