लोगों को मिलावट के प्रति करेंगे जागरूक, लिए जाएंगे सैंपल

शासन की ओर से भेजी जाएगी मोबाइल वैन

>Meerut। खाने-पीने की चीजों में भारी मिलावट को देखते हुए अब फूड विभाग की टीम लोगों के घर-घर जाकर उन्हें मिलावट के प्रति जागरूक करेगी। साथ ही घरों से खाने-पीने के सामान के सैंपल भी कलेक्ट करेगी। इसके लिए एफएसएसएआई की ओर से मोबाइल वैन तैयार करवाई जा रही हैं ताकि मिलावटखोरों पर नकेल कसी जा सके। अभी तक फूड विभाग की ओर से सिर्फ कमर्शियल आर्गेनाइजेशंस जैसे दुकानों, मैन्यूफैक्चिरिंग यूनिट, होटल-रेस्टोरेंट आदि से ही सैंपल कलेक्ट किए जाते थे।

मिलेगी जांच रिपोर्ट

फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानि एफएसएसएआई की ओर से फूड विभाग को आधुनिक सुविधाओं से लैस फूड टेस्टिंग ऑन व्हील्स वैन प्रोवाइड करवाई जाएगी। इस वैन में ही जांच के लिए लैब होगी। जिसके जरिए सैंपल की जांच रिपोर्ट चंद घंटों में ही तैयार होगी। इस चलती-फिरती लैब में लोग बाजार में बिकने वाली हर तरह के खाने-पीने की चीजों की जांच करवा सकते हैं। शुरुआत में वैन उन इलाकों में ज्यादा मूव करेगी, जहां सैंपल अधिक मात्रा में फेल हुए हैं। फूड आइटम की जांच के लिए लोग प्रेरित हों और मिलावट के प्रति अवेयरनेस फैले, इसके लिए डिपार्टमेंट की ओर से सामाजिक संगठनों की मदद भी ली जाएगी।

करवा सकते हैं कार्रवाई

मोबाइल वैन के जरिए लिए गए सैंपल की जांच रिपोर्ट तैयार करने के लिए मौके पर फूड एनालिस्ट भी मौजूद होंगे। ऐसे में अगर रिपोर्ट में बाजार से खरीदे गए फूड आइटम्स में मिलावट मिलती है या खाद्य पदार्थ मानकों के अनुसार नहीं पाएं जाते तो तो जांच करवाने वाला व्यक्ति विक्रेता के खिलाफ टीम को शिकायत दर्ज करवा सकता है। हालांकि इसके लिए सामान का पक्का बिल होना बेहद आवश्यक है। शिकायत मिलने पर विभाग की ओर से नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

मिलावट खोरों पर सख्ती हो, इसके लिए लोगों का अवेयर होना बेहद जरूरी है। लोग सीधे विभाग से जुड़े और मिलावट के प्रति शिकायत कर सकें इसके लिए एफएसएसएआई मोबाइल वैन की योजना तैयार कर रहा हैं। जल्द ही इसे लागू भी कर दिया जाएगा।

सर्वेश मिश्रा, सीएफएसओ, फूड डिपार्टमेंट

Posted By: Inextlive