- ऑल इंडिया फैजान-ए-मदीना कौंसिल ने जारी किया था फतवा

-फरहत बोलीं कि पीडि़त महिलाओं के पतियों के खिलाफ भी जारी हो फतवा

BAREILLY :

अपने खिलाफ 20 जुलाई को जारी फतवे को लेकर संडे को फरहत नकवी ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि जो खुद देशद्रोही हैं वह क्या दूसरों को बताएगा कि देश में कौन रह सकता है। फतवा जारी करने वालों से पूछा जाए कि आज तक पीडि़त महिलाओं के पतियों के खिलाफ फतवा जारी क्यों नहीं कर रहे हैं। सिर्फ महिलाओं के खिलाफ ही फतवा क्यों वह भी सिर्फ अपने हक की आवाज उठाने वालों के ही खिलाफ। लेकिन वह फतवों से डरने वाली नहीं।

जुल्म सहना भी गुनाह

बातचीत के दौरान फरहत नकवी ने कहा कि जो लोग इस तरह की गलत बयानबाजी कर रहे हैं वह शहर का महौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। इस वक्त मुसलमान महिलायें तीन तलाक और हलाला जैसी प्रथा का दंश झेल रही हैं। उन्होंने महिलाओं का पक्ष लेते हुए उनके हक के लिए आवाज उठाई तो उनके खिलाफ एक के बाद एक फतवे आने लगे। उन्होंने कहा कि धर्म के ऐसे ठेकेदारों को जिन्होंने उन महिलाओं को तथा उन मासूम बच्चों के बारे में भी नहीं सोचा जो बाप के होते हुए भी यतीम की तहर जिंदगी काट रहे हैं। क्या उस वक्त इनको इस्लाम की परवाह नहीं थी आज जब महिलायें अपने हक की आवाज उठाने को आगे आना पड़ा। इन्होंने ही इस्लाम की गलत तस्वीर दिखाकर इस्लाम को बदनाम कर दिया हैं। ये वो लोग हैं जो इस्लाम से औरत का वजूद खत्म करना चाहते हैं। जबकि कुरान ख़ुद कहता है की ज़ुल्म करना गुनाह है तो ज़ुल्म सहना भी गुनाह है। कुरान ने ही औरत और मर्द को बराबर का हक दिया है।

Posted By: Inextlive