.विराज खंड-3 स्थित पार्क में जनता के लिए हर सुविधा मौजूद

.एलडीए ने मेंटीनेंस देना बंद किया, फिर भी चमक रहा है पार्क

LUCKNOW

चार साल पहले तक जिस पार्क में कंटीली झाडि़यां उगती थी, फूलों की खुशबू इतिहास के पन्नों में दर्ज हो चुके थे, वहीं महज एक उच्च अधिकारी और क्षेत्रीय लोगों के प्रयास से पार्क की काया ही पलट गई। हालांकि कुछ लोगों ने विरोध भी किया लेकिन उन्होंने अपने कदम पीछे नहीं खींचे और पार्क को नई जिंदगी प्रदान की। नतीजा यह है कि अब इस पार्क में आने वाले लोगों का फूलों की खुशबू और हरियाली स्वागत करती है, वहीं सुबह और शाम गूंजने वाले भक्ति संगीत हर किसी के मन को तरोताजा कर देते हैं।

चार साल की मेहनत

करीब चार साल पहले तक पार्क की हालत बेहद खराब थी। इलाके में स्थित अन्य पार्को की तरह ही यह पार्क भी बदहाली के दौर से गुजर रहा था। इसके बाद प्रदेश सरकार के एक उच्च अधिकारी ने क्षेत्र में रहने वाले करीब एक दर्जन लोगों के साथ मिलकर पार्क का सौंदर्यीकरण कराने की ठानी। पहले तो सभी ने दो-दो हजार रुपये चंदा एकत्रित किया फिर पार्को को किस तरह से खूबसूरत बनाया जाए, इस बाबत रणनीति तैयार की। करीब चार साल की कड़ी मेहनत के बाद आज यह पार्क शहर के अन्य पार्को पर भारी पड़ रहा है।

एक साल से मेंटीनेंस राशि बंद

इलाके के लोगों से मिली जानकारी के अनुसार, पहले यह पार्क एलडीए के पास था। करीब एक साल से एलडीए की ओर से मेंटीनेंस राशि रोक दी गई थी। इसके बाद विराज खंड एरिया निगम में ट्रांसफर हो गया। हैरानी की बात तो यह है कि एलडीए की तरह ही निगम भी इस पार्क की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है। इलाके के लोग ही पार्क की देखरेख कर रहे हैं। हालांकि पार्क को नई जिंदगी देने में अहम भूमिका निभाने वाले सरकारी अधिकारी भी यही चाहते हैं कि अब निगम इसकी देखभाल की जिम्मेदारी संभाले।

खास बातें

पार्क में हर तरफ हरियाली

प्रॉपर सिटिंग व्यवस्था

पार्क में प्रकाश की उचित व्यवस्था

पेयजल व अन्य इंतजाम भी उपलब्ध

सुबह-शाम गूंजता भक्ति संगीत

डिफरेंट वैरायटीज के फ्लॉवर्स

कब्जे का भी प्रयास

जानकारी के अनुसार, कुछ लोगों की ओर से पार्क में कब्जा करने का भी प्रयास किया जाता है। कई बार तो कब्जा करने का प्रयास करने वाले लोगों ने पार्क के अंदर लगे पेड़ भी कटवाए हैं। जिसकी वजह से ही लोग चाह रहे हैं कि अब निगम अपनी जिम्मेदारी समझे और इसका मेंटीनेंस देखे।

Posted By: Inextlive