फ्लैग : प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक लेटर से नगर निगम कंफ्यूज

- बोर्ड ने कहा, नाले को साफ किया जाए जिससे गंगा में ना जाए गंदगी

- निगम ने कहा, उसके क्षेत्र में नहीं है इस नाम का कोई नाला

BAREILLY:

देवरनियां नदी है या नाला। यह नगर निगम के क्षेत्र में है भी कि नहीं। इसको लेकर नगर निगम के अधिकारी थर्सडे को पूरे दिन कंफ्यूज रहे। नगर निगम के मुताबिक, देवरनियां नाम का न तो कोई नाला और न ही नदी उसके सीमा क्षेत्र से गुजरती है। यह सारा कंफ्यूजन प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक लेटर से पैदा हुआ। इसमें बोर्ड ने देवरनियां नाले को साफ करने के लिए जिला प्रशासन से आग्रह किया था। बोर्ड ने पत्र में लिखा है कि कुंभ के दौरान संगम में साफ पानी पहुंचे इसके लिए गंगा में मिलने वाली रामगंगा नदी में गिर रहे देवरनियां नाले को साफ किया जाए। डीएम ने नगर निगम को नाले की साफ सफाई के निर्देश दिए। इस पर नगर आयुक्त का कहना है कि यदि देवरनियां नाम की कोई नदी या नाला नगर निगम के सीमा क्षेत्र में आएगा तभी उसकी साफ सफाई कराई जाएगी।

न फाइलों में न मैप में मिला

पत्र में देवरनियां नाले का जिक्र है, लेकिन नगर निगम में पूरे दिन देवरनियां नदी पर बहस चलती रही। किसी का कहना था कि किला नदी ही देवरनियां नदी है तो किसी का कहना था कि देवरनियां नदी अलग है। कई फाइलों में भी देवरनियां नदी को तलाशा गया। किसी ने गूगल मैप पर चप्पा-चप्पा खंगाल डाला। लेकिन देवरनियां नदी नहीं मिली।

अफसर भी खाली हाथ लौटे

नगर आयुक्त ने नगर निगम के पुराने अधिकारियों से भी इस संबंध में पूछा, लेकिन उन्हें कोई क्लू नही मिला। इसके बाद उन्होंने नगर निगम के अधिशासी अभियंता संजय चौहान और नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। अब्बास अली को देवरनियां नदी ढूंढ़ने के लिए भेजा। वे भी खाली हाथ लौट आए। डॉ। अब्बास अली का कहना था कि उन्होंने नगर निगम के सिंचाई विभाग से भी यह पता किया कि दवरनियां नदी कौन सी है? सिंचाई विभाग भी स्पष्ट नहीं कर पाया कि देवरनियां नदी काैन सी है।

नगर निगम के क्षे˜ा में नहीं

यह कन्फ्यूजन तब और बढ़ गया जब यह पता चला कि रेलवे ने किला नदी पर ही देवरनियां नदी का बोर्ड लगा रखा है। डॉ। अब्बास ने बताया कि जिस किला नदी को देवरनियां नदी बताया जा रहा है, वो एयरफोर्स स्टेशन के पश्चिम से बहती हुई आ रही है। जो नगर निगम की सीमा से बाहर है।

----------------------

इसलिए लिखा लेटर

उत्तर प्रदेश कंट्रोल बोर्ड की ओर से देवरनियां नाले के सेंपल लिए गए उसमें उन्हें कई कमियां मिली।

- नाले की सांद्रता 500 हेजन पाई गई। - नाले में गोबर और कचरे का अंबार।

क्या करने काे कहा गया

- नाले के प्रभाव को रामगंगा में जाने से रोका जाए।

- एक चैक डैम बनाया जाए, जिससे रामगंगा में बायो रेमिडीज को मिलने से रोका जा सके।

- साथ ही देवरनियां में किसी भी प्रकार की कोई प्लास्टिक, मेडिकल वेस्ट, कचरा भी रोका जाए।

---------------------

देवरनियां नदी की अभी पड़ताल नहीं हो पाई है। हम लोगों ने अपने सिंचाई विभाग से भी पता किया। लेकिन उन्हें भी इस बात की कोई जानकारी नहीं है। लेकिन रेलवे ने किला नदी पर ही देवरनियां नदी का बोर्ड लगा रखा है।

डॉ। अब्बास अली, नगर स्वास्थ्य अधिकारी

Posted By: Inextlive