डग्गामार वाहन से शहर परेशान, अफसर बेपरवाह
-शहर के कई चौराहों बनी रहती है जाम की समस्या, अफसर बेपरवाह
-रोडवेज बस अड्डे पर तो चौबीस घंटे खड़े रहते हैं डग्गामार वाहन ROORKEE (JNN) : शहर के अधिकांश व्यस्ततम चौराहों से डग्गामार वाहन संचालित हो रहे हैं, जिस कारण हाइवे से लेकर शहर के अन्य मार्गो पर जाम की स्थिति बनी हुई है। लेकिन कोई भी अधिकारी इन पर कार्रवाई करने को लेकर गंभीर नहीं है। रोडवेज बस अड्डे एवं नीति नगर के चौराहे पर तो चौबीस घंटे डग्गामार वाहन खड़े रहते हैं। रोज म्0 हजार का नुकसानयदि आप रुड़की बस अड्डे के सामने से होकर गुजर रहे हैं और जाम का सामना न करना पडे़ ऐसा हो ही नहीं सकता। रोडवेज बसों के अलावा बस अड्डे से देहरादून, सहारनपुर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, दिल्ली एवं जयपुर के लिए डग्गामार वाहन संचालित हो रहे हैं। इन डग्गामारों की वजह से करीब चार किमी तक जाम की समस्या बनी रहती है, लेकिन पुलिस एवं प्रशासनिक एवं परिवहन विभाग के अधिकारी महज रस्म अदायगी कर रहे हैं, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उल्लेखनीय है कि तत्कालीन एजीएम एसएस चौहान ने परिवहन निगम के कर्मियों से एक सर्वे कराया था, जिसमें पाया गया था कि बस अड्डे के सामने हो रही डग्गामारी से प्रतिदिन रोडवेज को म्0 हजार रुपए का नुकसान हो रहा है।
-------- इन स्थानों पर डग्गामारों का कब्जा - रुड़की रोडवेज बस अड्डे के सामने -नीति नगर का चौराहा -एसडीएम चौराहा -सेना चौराहा -सेना अस्पताल का चौराहा -गंगनहर पुल -रामपुर चुंगी ------- चेकिंग महज रस्म अदायगी परिवहन विभाग की ओर से लगातार वाहनों की चेकिंग के दावे किये जा रहे हैं, लेकिन स्थिति यह है कि ओवरलोडिंग वाहनों को ही सीज या उनके चालान काटे जा रहे हैं। रोडवेज बस अड्डे व अन्य चौराहों से डग्गामारी करने वालों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है। ------- नहीं हुई ज्वॉइंट चेकिंग डग्गामारी को रोकने के लिए एआरटीओ एवं एजीएम के नेतृत्व में एक संयुक्त टीम वाहनों की चेकिंग करती है, लेकिन लंबे समय से रुड़की में ज्वॉइंट चेकिंग नहीं हो पाई है। ---- 'ऐसा नहीं है कि डग्गामारों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती, चेकिंग शुरू होते ही डग्गामार गायब हो जाते हैं। रोडवेज बस अड्डे के सामने कई बार डग्गामार वाहनों को पकड़ा गया है। आगे भी कार्रवाई की जाएगी.' -सुनील शर्मा एआरटीओ हरिद्वार --'रोडवेज बस अड्डे के सामने हो रही डग्गामारी से परिवहन निगम को काफी नुकसान हो रहा है। कई बार डग्गामार वाहन संचालक चालक-परिचालकों के साथ अभद्रता कर चुके हैं। उनके कार्यालय से कई बार पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र लिखा गया है.'
-अमरनाथ सहायक महाप्रबंधक रुड़की डिपो फोटो-क् से ब्-