- 14 जनवरी को शाम 7.52 बजे धनु खरमास की होगी समाप्ति

-सूर्य देव गुरू बृहस्पति की राशि धनु में प्रवेश करते है, तब मास 'खर' मास अथवा मल मास कहलाता है

BAREILLY ::

16 दिसम्बर से 14 जनवरी तक शुभ कार्य वर्जित रहेंगे, क्योंकि 16 दिसम्बर से धनु खरमास शुरू हो रहा है जो 14 जनवरी तक रहेगा। इस दौरान विवाह आदि शुभ कार्य वर्जित रहेंगे। खरमास की समाप्ति 14 जनवरी शाम सात बजकर 52 मिनट पर होगी। इसके बाद ही कोई शुभ कार्य शुरू होगा।

शुभ कार्य में सूर्य नहीं होंगे सहायक

बालाजी ज्योतिष संस्थान के पं। राजीव शर्मा ने बताया कि सूर्य 16 दिसम्बर 2018 संडे को प्रात: 9:10 बजे धनु राशि में प्रवेश करेंगे। धनु संक्रांती के साथ धनु (खर) मास आरम्भ होगा और सूर्य 14 जनवरी 2019 को सायं 07:52 बजे मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसके साथ ही धनु (खर मास) की समाप्ति होगी। जब सूर्य देव गुरू बृहस्पति की राशि धनु में प्रवेश करते है, तब यह मास 'खर' मास अथवा मल मास कहलाता है, इस अवधि में शुभ मांगलिक और व्यापार प्रारम्भ सम्बन्धी कार्य नहीं किए जाते हैं। सूर्य के राशि परिवर्तन पर आधारित मास व्यवस्था सौर व्यवस्था और चन्द्रमा की क्षीणता (अमावस्या) और वृद्धि (पूर्णिमा) पर आधारित माह व्यवस्था चंद्र मास व्यवस्था कहलाती है। लोकाचार में यह मान्यता भी प्रचलन में है कि जब सूर्य देव गुरू बृहस्पति की राशियों में होते हैं तो अपने गुरू की राशि में होने के कारण सूर्य सामान्य रहते हैं तथा शुभ कार्यो में सहायक नहीं होते, इसलिए इस खर मास में शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। ं धनु राशि की सूर्य संक्रांति षड़शीति संज्ञक होती है।

ये कार्य पूर्णतया वर्जित

-कामना पूरक अनुष्ठान और पूजा पाठ

-गृह निर्माण आरंभ, गृह प्रवेश, विवाह, लम्बी यात्रा, मुण्डन, उपनयन संस्कार, यज्ञ तथा पद ग्रहण

-देवालय निर्माण, देव प्रतिष्ठा, व्रत का उद्धापन और गोदान

-कुआं, तालाब, बावड़ी, बोरिंग खुदवाना, भूमिगत जलाशय आदि का निर्माण

-अक्षारम्भ, विद्यारम्भ, किसी नई व्यवसायिक विद्या, तकनीकी कला को सीखना, नया व्यापार दुकान, कम्पनी या नई फर्म खोलना, नई मशीनरी लगाना

-सरकारी लाभ से सम्बन्धी सरकारी कार्य करना

-नई नौकरी (आपत्ति काल में ग्रहण की जा सकती है)

-नई साझेदारी नहीं की जाती

- शुभ-मांगलिक कार्य व वृद्धि सूचक कार्य के लिए त्याज्य माने जाते हैं

Posted By: Inextlive