अपने बच्चे को हीरो या हीरोइन के रूप में देखने का सपना कई मां-बाप का होता है. जाने-माने अभिनेता धर्मेन्द्र की मां का भी सपना था कि वो हीरो बने. लेकिन जब ऐसा हो गया तब उनकी सोच बिल्कुल ही बदल गई.

धर्मेन्द्र बताते हैं, “पहले मेरी मां दुआ करती थी कि मेरा बेटा हीरो बने। लेकिन जब ऐसा हो गया तो उन्होंने ही कहा कि मैं दुआ करती हूं कि किसी का बेटा हीरो न बने। उनका कहना था कि तुम तो हर फ़िल्म के साथ जीते हो, हर फ़िल्म के साथ मरते हो.”

धर्मेन्द्र ने ये बात बीबीसी के साथ एक ख़ास बातचीत में बताई जब उनसे बेटी एशा देओल के फ़िल्मों में आने के बारे में प्रतिक्रिया पूछी। उनका कहना था, “देखिए, हमारी फ़िल्म लाइन बहुत ‘अनप्रेडिक्टेबिल’ है। हर फ़िल्म के साथ उतार-चढ़ाव आता है जिसमें अपना मज़ा है। मर्दों के लिए तो मुझे इसमें कोई ख़राबी नहीं लगती लेकिन मैं नहीं चाहता कि लड़कियों को भी इस तरह की ज़िंदगी से गुज़रना पड़े.”

धर्मेन्द्र पहली बार अपनी बेटी एशा के साथ फ़िल्म ‘टेल मी ओ ख़ुदा’ में दिखाई देंगे। फ़िल्म का निर्देशन धर्मेन्द्र की पत्नी हेमा मालिनी ने किया है। इससे पहले बेटों-सन्नी और बॉबी- के साथ ‘अपने’ और ‘यमला पगला दीवाना’ में काम कर चुके धर्मेन्द्र कहते हैं कि बेटी एशा के साथ काम करना उनके लिए बहुत भावुक अनुभव था।

उन्होंने कहा, “मैं वैसे भी बहुत जज़्बाती इंसान हूं। एशा ने मुझसे पूछा था कि पापा क्या आप ये रोल करेंगे, तो मैंने कहा, हां क्यों नहीं, मैं ज़रूर ये रोल करूंगा.”

फ़िल्म में धर्मेन्द्र एक डॉन का रोल कर रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि जितना प्यार दर्शकों ने उन्हें, सन्नी और बॉबी को ‘यमला पगला दीवाना’ में दिया था, उतना ही पसंद वो एशा को 'टेल मी ओ ख़ुदा' में भी करेंगे।

बेटी एशा के साथ काम करने धर्मेन्द्र ने पहली बार पत्नी हेमा मालिनी के निर्देशन में भी काम किया है। इस बारे में उनका कहना था, “उनके साथ काम करना बहुत अच्छा लगा। वो जो चाहती हैं वो करवाती हैं। मैं एक आज्ञाकारी ऐक्टर हूं, बाकी जगह भी अपने डिरेक्टर की सुनता हूं, यहां भी उनकी सुनता था। वैसे कुछ हम आपस में बात करके तय करते थे कि ये सीन कैसे करना है.”

साठ के दशक के शुरुआत में हिंदी फ़िल्मों का अपना सफ़र शुरु करने वाले धर्मेन्द्र कहते हैं कि उन्होंने नहीं सोचा था कि वो इतनी लंबी इनिंग्स खेलेंगे। वो कहते हैं कि पचास साल पचास लम्हों की तरह बीत गए।

धर्मेन्द्र ने रोमांस, ऐक्शन, कॉमेडी, सीरियस, सभी तरह के रोल बख़ूबी निभाए। और उनके डांस करने का ख़ास अंदाज़ भी लोगों को पसंद आता था। इसी अंदाज़ के बारे में बताया, “डांस के बारे में अब क्या कहूं(फ़िल्म प्रतिज्ञा) के यमला पगला दीवाना गाने में मैंने डांस डिरेक्टर को कहा कि आप जो बताएंगे वो तो मैं कर नहीं पाउंगा, मुझे छोड़ दो, मैं रिदम पर जितना कर सकता हूं, करूंगा। लेकिन वही लोगों को पसंद आ गया.”

बॉलीवुड के ‘ओरिजिनल हीमैन’ की तरह मशहूर धर्मेन्द्र से जब पूछा गया कि मौजूदा दौर में वो किस हीरो को हीमैन का ख़िताब देना चाहेंगे, तो उनका जवाब था, “मेरे लिए किसी एक को चुनना बहुत मुश्किल है। मैं ख़ुश हूं कि आज सब हीरो अपने स्वास्थ्य और फ़िटनेस को लेकर बहुत जागरूक हैं। इतना ही नहीं, वो बिज़नेस की समझ भी रखते हैं। मैंने तो कभी सोचा ही नहीं था कि मैं प्रोड्यूसर बनूंगा। वो तो पहले सन्नी और फिर बॉबी को फ़िल्मों में लाना था, इसलिए प्रोड्यूसर बना.”

लेकिन उन्हें आज की फ़िल्मों में जिस तरह गाली-गलौज वाली भाषा का इस्तेमाल होता है वो पसंद नहीं है। वो ये भी कहते हैं कि आजकल के गानों के अलफ़ाज़ समझने के लिए बहुत वक्त लग जाता है, पहले के गानें कम-से-कम साफ़-साफ़ समझ तो आते थे। साथ ही धर्मेन्द्र को पुरानी फ़िल्मों के रीमेक से भी कोई परहेज़ नहीं है।

फ़िल्म 'टेल मी ओ ख़ुदा' 27 अक्टूबर को रिलीज़ हो रही है। इसमें एशा देओल और धर्मेन्द्र के साथ विनोद खन्ना, ऋषि कपूर, अर्जुन बाजवा, फ़ारुख़ शेख़, दीप्ती नवल भी दिखाई देंगे।

Posted By: Inextlive