घरेलू कलह को ही पुलिस मान रही हत्या और आत्म हत्या का कारण

गांव में लोगों के बीच चल रही है कई तरह की चर्चाएं

ALLAHABAD: धूमनगंज थाना क्षेत्र के पीपल गांव में तीन दिन पहले पत्‍‌नी और बेटियों की हत्या के बाद आत्महत्या करने वाले मनोज कुशवाहा की मौत की गुत्थी फिलहाल सुलझती नहीं दिख रही है। पुलिस की जांच अभी तक घरेलू कलह पर ही केन्द्रित है। मनोज के पिता गुलाबचन्द्र और परिवार के अन्य सदस्य भी इस गुत्थी को सुलझाने में कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है। हालांकि गांव में इस घटनाक्रम को लेकर अलग-अलग चर्चाओं का दौर जारी है।

मनोज पर था 8 से 10 लाख का कर्ज

मनोज के गांव में उसके नशे और जुए की लत को लेकर चर्चाएं चल रही हैं। गांव और आस पड़ोस के लोगों की मानें तो मनोज कर्ज लेकर फंस गया था। जुए की लत के कारण उसके सिर पर करीब आठ से दस लाख का कर्ज हो गया था। लोगों की माने तो कर्ज देने वाले उस पर जमीन बेचने का दबाव बना रहे थे। यहीं कारण था कि मनोज लगातार पिता से बंटवारा करने की बात कर रहा था। ताकि कर्ज चुका सके। हालांकि इस बात की पुष्टि फिलहाल नहीं हो सकी है। परिवार के मुखिया मनोज के पिता गुलाबचन्द्र का कहना है कि अगर उसके सिर पर लंबा कर्ज होता तो वह कहता। अपने बेटे के लिए वह जरूर जमीन बेचकर कर्ज चुकाते। उनको कर्ज लेने के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है।

पैसों के लिए बेचा था ट्रक का टायर

गांव में इस बात की भी चर्चा चल रही है कि मनोज ने करीब दो साल पहले मंडी में किसी के ट्रक का पहिया निकालकर बेच दिया था। इसके बाद से ट्रक का मालिक उससे लगातार पैसों की मांग कर रहा था। यही कारण था कि मनोज मंडी में जाने पर उस आदमी के सामने पड़ने से बचने की कोशिश करता था। मनोज ने खुद ही इस बारे में कई लोगों से चर्चा की थी। ये भी कहा था कि वह लोग दबंग किस्म के हैं।

Posted By: Inextlive