30 हजार रुपए तक मंथली खर्च होते हैं बाहर डायलिसिस कराने में

06 मरीजों की हर रोज होती थी बेली में डायलिसिस

10 लाख रुपए का खर्च आएगा दोनों मशीनों को लगाने में

-बेली हॉस्पिटल की डायलिसिस मशीन हुई कंडम

PRAYAGRAJ: दर्जनों मरीजों की जान का सवाल है, इसलिए सरकार को नेक काम में देरी नहीं करनी चाहिए. बात हो रही है बेली हॉस्पिटल की डायलिसिस मशीन की. कंडम होने के बाद यह ठीक से काम नहीं कर रही है. इसके चलते मरीजों को डायलिसिस की सुविधा मिलना बंद हो गई है. अब यह मरीज महंगे और प्राइवेट संस्थानों में अपना इलाज कराने का मजबूर हैं. अगर यही हालात रहे तो गरीब और मजबूर मरीजों की जान दांव पर लग सकती है.

एकमात्र उम्मीद थी दोनों मशीनें

बेली हॉस्पिटल में लगाई गई डायलिसिस यूनिट मजबूर गरीबों की एकमात्र उम्मीद थी. यहां उनको फ्री डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध हो जाती थी. यहां दो मशीनें लगी थीं. बताया जाता है कि अब यह पुरानी हो चुकी हैं. कंडम होने की वजह से इनमें डायलिसिस की सुविधा हाल ही में बंद कर दी गई है. इसमें एक मशीन में एक दिन में तीन मरीजों की डायलिसिस होती थी. इस तरह से दर्जनों मरीजों को मिलने वाली सुविधा बंद हो चुकी है.

दस लाख रुपए बजट की दरकार

जानकारी के मुताबिक एक मशीन की कीमत पांच लाख रुपए है. इस तरह से दोनों मशीनों को खरीदकर चलाने में दस लाख रुपए का खर्च आएगा. इस पैसे की मांग शासन से की गई है. अधिकारियों की मानें तो जल्द से जल्द नई मशीन आ जानी चाहिए. वैसे भी बता दें कि प्राइवेट संस्थानों में एक बार के डायलिसिस की कीमत 3 से 4 हजार रुपए है और एक मरीज को सामान्यत: सप्ताह में दो बार डायलिसिस कराने की जरूरत पड़ती है. ऐसे में माह में 25 से 30 हजार रुपए एक मरीज को खर्च करने पड़ते हैं.

बॉक्स..

यहां चल रही वेटिंग

बेली और काल्विन हॉस्पिटल में कुछ माह पहले दो डायलिसिस सेंटर खोले गए हैं. लेकिन इन सेंटर्स में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होता है और वर्तमान में मरीजों की वेटिंग चल रही है. ऐसे में जिन लोगों की डायलिसिस बेली हॉस्पिटल के पुराने सेंटर में चल रही थी उनका शायद ही कहीं ठिकाना हो. इन मरीजों के बारे में सरकार को तत्काल सोचना होगा.

यह है डायलिसिस

किडनी के मरीजों में डायलिसिस का उपयोग किया जाता है. इस प्रक्रिया में खून को साफ किया जाता है. जब किडनी यह काम ठीक से जब नहीं कर पाती तो डायलिसिस करानी पड़ती है, जिसमें काफी खर्च आता है.

वर्जन..

जितनी जल्दी हो सकेगा हॉस्पिटल में डायलिसिस की सुविधा की शुरुआत की जाएगी. नई मशीन लगवाए जाने की कवायद चल रही है. शासन द्वारा बजट देते ही नई मशीन को इंस्टाल करा दी जाएगी.

-डॉ. सुषमा श्रीवास्तव, सीएमएस

Posted By: Vijay Pandey