PATNA : सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई महकमे के आला अधिकारियों के साथ बिहार में बन रही सुखाड़ की स्थिति पर समीक्षा बैठक की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कृषि विभाग को निर्देश दिया कि किसानों को यथाशीघ्र डीजल अनुदान की व्यवस्था की जाए। अगर बारिश नहीं हो पाती है तो वैसी स्थिति में धान की रोपाई के लिए आकस्मिक फसल योजना के तहत वैकल्पिक फसल के बीज का इंतजाम रहना चाहिए।

विभागों से लिया फीडबैक

मुख्यमंत्री ने अलग-अलग महकमे से यह फीडबैक भी लिया कि सुखाड़ से निपटने के लिए उनके स्तर पर किस तरह की तैयारी चल रही है। उन्होंने पूछा कि ग्राउंड वाटर इरिगेशन की क्या स्थिति है? इस समस्या से निपटने के लिए क्या तैयारी की गई है? मुख्यमंत्री ने लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग को यह निर्देश दिया कि पीने का पानी उपल?ध कराने के लिए चापाकल के संचालन की स्थिति दुरुस्त करें। ऊर्जा विभाग के आला अधिकारी को यह हिदायत दी गई कि किसानों की सुविधा के लिए अधिक से अधिक बिजली नियमित रूप से उपल?ध कराई जाए। ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में बीस से बाईस घंटे बिजली की आपूर्ति की जा रही है। जल संसाधन विभाग को यह हिदायत दी गई कि नहरी क्षेत्र में पानी की उपल?धता के बारे में सचेत रहें। पशुओं के चारे एवं स्वास्थ्य के बारे में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग को निर्देश दिया गया। स्वास्थ्य विभाग को भी तत्पर रहने को कहा गया।

22 जुलाई के बाद वर्षा की संभावना

मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर जल्द वर्षा नहीं होती है तो किसानों को मिलने वाली आपदा संबंधी सहायता राशि उपल?ध कराने को तत्पर रहना पड़ेगा। परिस्थतियों पर नजर रखते हुए किसानों को अधिक से अधिक सुविधा मुहैया कराई जाए। मौसम विभाग का आकलन है कि 22 जुलाई तक बारिश की संभावना बन रही है।

Posted By: Inextlive