कुम्भ 2019 में मेला क्षेत्र में लगेगा फेस डिटेक्टर कैमरा, सभी इंट्री प्वाइंट पर रहेगी कड़ी नजर

एटीएस, एसटीएफ व कई अन्य एजेंसियों से मांगी जा रही है संदिग्ध अपराधियों की डिटेल

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ALLAHABAD: कुम्भ 2019 के लिए मेला पुलिस प्रशासन ने जोरशोर से तैयारी शुरू कर दी है। इस बार मेला क्षेत्र में आने वाले संदिग्धों पर पुलिस की कड़ी नजर रहेगी। मेला पुलिस प्रशासन द्वारा इंट्री प्वाइंट पर फेस डिटेक्टर कैमरा लगाया जाएगा। इसके जरिए पुलिस प्रशासन मेला क्षेत्र में आने और जाने वाले संदिग्ध लोगों पर कड़ी नजर रखेगा। इसके लिए विभाग द्वारा शासन को पत्र के माध्यम से जानकारी दी गई है। कैमरे के लिए अलग से फंड की मांग की गई है।

32 सौ स्क्वायर किमी में बसेगा मेला

मेला कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक इस बार मेला क्षेत्र 32 सौ स्क्वायर किमी के रेंज में बसेगा। इतने बड़े मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुरक्षा पुलिस प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है। मिली जानकारी के मुताबिक संगम क्षेत्र के अलावा अरैल, झूंसी का पूरा क्षेत्र और फाफामऊ क्षेत्र तक मेला क्षेत्र रखा गया है। इसमें आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बीस से अधिक इंट्री प्वाइंट बनाए जा रहे हैं। यह संख्या आने वाले दिनों में घट बढ़ सकती है। मेला एएसपी नीरज कुमार पाण्डेय ने बताया कि फेस डिटेक्टर कैमरा सभी इंट्री प्वाइंट पर लगाएं जाएंगे। इसके लिए इंट्री प्वाइंट कहां कहां बनना है, इसकी जानकारी की जा रही है। अभी बीस कैमरों की मांग की गई है। जिन्हें इंट्री प्वाइंट पर लगाया जाएगा।

बड़ी छोटी एजेंसियों से मदद

फेस डिटेक्टर कैमरा के सामने आते ही संदिग्ध व्यक्ति की पहचान हो जाएगी। मेला एएसपी नीरज पाण्डेय ने बताया कि इसके लिए बड़े स्तर पर काम चल रहा है। एटीएस, एसटीएफ के अलावा देश की बड़ी एजेंसियों से संदिग्ध व्यक्तियों की डिटेल मांगी गई है। डिटेल मिलने के बाद उसे सॉफ्टवेयर के जरिए इंस्टाल किया जाएगा। फिर कैमरे के साफ्टवेयर में अपलोड कर दिया जाएगा। जैसे ही कोई संदिग्ध कैमरे के सामने आएगा, उसकी डिटेल कम्प्यूटर स्क्रीन पर दिखने लगेगी और उसे पकड़ लिया जाएगा। इसके अलावा अगर कोई व्यक्ति एक ही स्थान पर खड़े होकर कोई ऐसी हरकत करता है, जिससे लगे कि वह कुछ गलत कर रहा है तो कैमरा उसकी गतिविधियों को रीड करते हुए कंप्यूटर स्क्रीन पर इंडीकेट करने लगेगा।

फेस डिटेक्टर कैमरा के जरिए मेला क्षेत्र में आने वाले संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रखी जाएगी। इसके लिए एटीएस, एसटीएफ और देश की अन्य बड़ी एजेंसियों से मदद मांगी जा रही है। कैमरे के सामने आते ही संदिग्ध की डिटेल कुछ सेकेंड में सामने आ जाएगी।

कविन्द्र प्रताप सिंह, डीआईजी मेला

Posted By: Inextlive