मैनजमेंट की अनदेखी से बरेली कॉलेज में स्किल डेवलेपमेंट के आठ कोर्सो में लगा ताला
12 डिप्लोमा कोर्स पीजी में किए गए थे शुरू
40 सीटें हर एक कोर्स में रखी गई थीं 10 एडमिशन कोर्स संचालित करने के लिए है जरूरी 2 और कोर्स हैं इस समय बंदी की कगार पर 11 स्टूडेंट्स हैं इस समय डिप्लोमा इन फोटोग्राफी में 22 स्टूडेंट्स हैं इस समय डिप्लोमा इन फैशन डिजाइनिंग में -स्टूडेंट्स को स्किल्ड बनाने के लिए 1990 से पहले शुरू किए गए थे कोर्स -मैनेजमेंट की अनदेखी और संसाधनों की कमी की वजह से स्टूडेंट्स ने दिखाया इनटरेस्ट बरेली :स्टूडेंट्स को स्किल्ड बनाने की योजना बरेली कॉलेज ने खुद ही धराशाई कर दी. 1990 से पहले बरेली कॉलेज में संचालित 12 स्किल्ड कोर्से में 8 बंद हो गए हैं. अब कॉलेज में सिर्फ चार कोर्स ही संचालित हैं. उसमें से भी दो कोर्स दम तोड़ने की कगार पर पहुंच चुके हैं. मैनजमेंट की अनदेखी के चलते यह कोर्स बंद हो गए हैं. वहीं स्टूडेंट्स के मुताबिक स्किल्ड डेवलेपमेंट के लिए चल रहे कार्सेज में न तो टीचर्स पूर हैं और न ही पर्याप्त संसाधन हैं, इसकी वजह से यहां पर एडमिशन कम होते हैं.
इक्विपमेंट भी नहीं पूरेस्किल डेवलेपमेंट कार्सेज के लिए इक्विपमेंट बेहद जरूरी होते हैं. पर यहां न तो इक्विपमेंट हैं और न ही फैकल्टी. यहां पर संचालित फोटोग्राफी के कोर्स में स्टूडेंट्स के लिए कैमरा तक नहीं है. स्टूडेंट्स के लिए लैब, ट्रेनिंग आदि की व्यवस्था न होने की वजह से स्टूडेंट्स ने एडमिशन नहीं लिया. मैनेजमेंट की ओर से इनकी व्यवस्था भी नहीं की गई.
कोर्स बंद होने के पीछे स्टूडेंट्स को भरपूर सुविधा नहीं मिलना या फिर फैकल्टी पूरी नहीं होना भी है. क्योंकि मैनेजमेंट ने इन कोर्सेस को संचालित करने के लिए अपने स्तर से फैकल्टी और कोर्स में संसाधन बढ़ाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया. 10 एडमिशन हैं जरूरी बरेली कॉलेज में स्किल्ड डेवलेपमेंट के सभी कोर्सेज में 40-40 सीटें हैं. एक कोर्स को संचालित करने के लिए कम से कम 10 एडमिशन जरूरी हैं. जिस कोर्स में 10 से कम हुए कम एडमिशन हुए तो मैनेजमेंट ने वह कोर्स बंद कर दिए. मैनेजमेंट ने नहीं किया प्रयास संचालित कोर्सेज में स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ाने के लिए मैनेजमेंट ने कोई प्रयास नहीं किए. उन्होंने स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ाने की बजाय कोर्स बंद करना शुरू कर दिया. दम तोड़ रहे 2 और कोर्सबरेली कॉलेज में वर्ष 1990 से पहले शुरू हुए 12 कोर्स में से अब सिर्फ 4 कोर्स ही संचालित हो रहे हैं. इसमें से भी दो कोर्स भी दम तोड़ रहे हैं. पीजी डिप्लोमा इन जर्नलिज्म मास कम्यूनिकेशन एंड मीडिया टेक्निक और पीजी डीसीए में ही सीटों के सापेक्ष एडमिशन हुए. जबकि डिप्लोमा इन फोटोग्राफी में 11 और डिप्लोमा इन फैशन डिजायनिंग में सिर्फ 22 एडमिशन ही हुए हैं. इससे अधिकांश सीटें तो खाली बची हैं. इससे यह दोनों कोर्स भी बंदी की कगार पर पहुंच चुके हैं. इसके बाद भी मैनेजमेंट कोर्स को बचाए रखने के लिए कोई कवायद नहीं कर रहा है, ताकि यह कोर्स ठीक से संचालित होते रहे.
यह कोर्स हो रहे संचालित -पीजी डिप्लोमा इन कम्प्यूटर अप्लीकेशन -पीजी डिप्लोमा इन फोटो ग्राफी -पीजी डिप्लोमा इन फैशन डिजाइनिंग -पीजी डिप्लोमा इन जर्नलिज्म मास कम्युनिकेशन एंड मीडिया टेक्निक यह कोर्स हो गए बंद -पीजी डिप्लोमा इन मूर्ति कला -पीजी डिप्लोमा इन इंटीरियर डिजाइनिंग -पीजी डिप्लोमा इन टेक्सटाइल प्रिंटिंग -पीजी डिप्लोमा इन ऑफिस मैनेजमेंट एंड सेक्रेटियल प्रैक्टिस -पीजी डिप्लोमा इन प्रोफेशनल बायोटेक्नोलॉजी -पीजी डिप्लोमा इन इनवॉयरमेंट बायोटेक्नोलॉजी -पीजी डिप्लोमा इन मॉडर्न अरेबिक -पीजी डिप्लोमा इन टूरिज्म एंड ट्रैवल मैनेजमेंट-कोर्सेस में स्टूडेंट्स ने एडमिशन नहीं लिए थे जिस कारण बंद हो गए हैं. अभी जो कोर्स चल रहे हैं, उनमें भी कुछ कोर्स में स्टूडेंट्स की संख्या कम हैं. कोर्सेज को पूरा ध्यान दिया जा रहा है ताकि स्टूडेंट्स को समस्या न आए्.
डॉ. अजय शर्मा, प्राचार्य बरेली कॉलेज, बरेली